पटनाः कंकड़बाग में कार्यरत दारोगा पर महिला अधिकारी ने यौनशोषण का आरोप लगाया है। अधिकारी ने महिला थाने में रेप, धोखा और अनुसूचित जाति का प्रयोग कर शादी से मुकरने की प्राथमिकी दर्ज करायी है। महिला का है कि एफआईआर दर्ज कराने 10 दिन बाद भी दारोगा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट नहीं निकला है। जबकि जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल कर गाली-गलौज करने और यौनशोषण के सबूत उसने थाने में दे दिये हैं।
डेढ़ दशक पुराना रिश्ता, परिवार को भी थी जानकारी
पीड़ित महिला ने बताया कि आरोपी दारोगा के साथ पिछले 16 साल से स्कूल की पढ़ाई के दौरान ही प्रेम संबंध में थी। बाद में दोनों की नौकरी लग गई। इसके बाद दारोगा राजमणि ने शादी का वादा किया। अब उसका कहना है कि अनुसूचित जाति की लड़की से शादी नहीं कर सकता है, जबकि उसके रिश्ते के बारे में दारोगा के सभी रिश्तेदार जानते थे। नौकरी के बाद वह शादी का झांसा देता रहा।
दहेज में मिल रही है मोटी रकम
पीड़िता के बयान के अनुसार साल 2013 में महिला अधिकारी की नौकरी लग गई। वह गया में पोस्टेड है। नौकरी लगने के बाद वह राजमणि की लगातार आर्थिक मदद करती रही। लेकिन जब शादी की बात की तो राजमणि ने कहा कि उसकी शादी तय हो गई है। वह शादी से इनकार नहीं कर सकता है, क्योंकि लड़की वाले ने मोटी रकम दी है।