NEWSPR डेस्क। खबर रोहतास जिले के नगर परिषद बिक्रमगंज के वार्ड संख्या 19 से है जहां वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय अवस्थित है। यहां कुल 5300 छात्र/छात्राएं नामांकित है। इस महाविद्यालय में जाने के लिए एकलौता मार्ग है जो पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। इसके कारण जलजमाव होने से यह मार्ग तालाब में तब्दील हो गया । इस महाविद्यालय में आने जाने वाले छात्रों को करीब 3 फिट पानी से होकर गुजरना पड़ रहा।
इस संबंध में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य बीर बहादुर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जब भी बरसात का मौसम आता है तो इस महाविद्यालय के रास्ते का यही दुर्दशा होता है। महाविद्यालय में आने जाने के लिए छात्र/छात्राओं सहित कर्मियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 3 फीट पानी से होकर गुजारना पड़ता है। इससे कालेज प्रशासन को शर्मिंदा भी होना पड़ता है।
इस दुर्दशा को अवगत कराते हुए नगर परिषद बिक्रमगंज को विगत दो वर्ष पूर्व आवेदन दिया गया है, लेकिन आज तक उस आवेदन पर नगरपरिषद के अधिकारियों के द्वारा कुछ भी विचार नही किया गया और वह आवेदन कचरे के ढेर में धुल फ़ाक़ता हुआ नजर आ रहा है।
इस संबंध में महाविद्यालय के प्रोफ़ेसर अरुण कुमार उर्फ मुन्ना जी के द्वारा बताया गया कि जब कोरोना काल में इस महाविद्यालय को क्वॉरेटाइन सेंटर बनाया गया था तो उस वक्त अनुमंडल के सभी वरीय पदाधिकारी महाविद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचते थे लेकिन आज उस महाविद्यालय में जाने वाले मार्ग का मुआयना करने के लिए एक भी अधिकारी नजर नही आ रहे है कोरोना काल के दौरान अनुमंडल के वरीय पदाधिकारियों को भी इस बात से अवगत कराया गया था की महाविद्यालय में जाने वाले मार्ग की क्या दुर्दशा है और उन लोगों के द्वारा तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूपम को निर्देशित करते हुए आश्वासन भी दिया गया था कि इस मार्ग को जितना जल्द हो सके दुरुस्त कराया जाए लेकिन अनुमंडल के वरीय पदाधिकारियों का आदेश भी नगर कार्यपालक पदाधिकारी के आगे धुल फ़ाकता हुआ नजर आ रहा है ।