NEWSPR डेस्क। बिहार के सुदूर इलाके की स्वास्थ्य व्यवस्था की दावों को कटिहार का प्राथमिक अस्पताल ठेंगा दिखा रहा है। वैसे तो सरकार दावा करती है कि लोगों को किसी भी हालत में जरूरत होने पर प्रखंड से लेकर जिला अस्पताल तक आसानी से पहुंचाने के लिए एंबुलेंस व्यवस्था पूरी तरह चुस्त- दुरुस्त है। मगर कटिहार की ये तस्वीर इस दावे की हकीकत बयां करने के लिए काफी है। जी हाँ यहा ठेला गाड़ी पर सबसे जरूरी एंबुलेंस सेवा जारी है।
दरअसल, अमदाबाद प्रखंड के स्वास्थ केंद्र के दोनों एम्बुलेंस पिछले कई महीनों से खराब है। एंबुलेंस सेवा ठप होने की वजह से लोगों को इलाज के लिए मरीजों को अस्पताल तक लाने के लिए ठेला गाड़ी से अस्पताल लाने को मजबूर है। ऐसा ही एक नजारा सामने आया जहां एक प्रसव पीड़िता को उसके परिजन एंबुलेंस की सुविधा ना मिलने पर ठेला गाड़ी से अस्पताल लेकर पहुंचे।
बता दें कि अमदाबाद प्रखंड के आबादी लगभग दो लाख है। स्वास्थ्य विभाग ने दो एंबुलेंस तो दिया है लेकिन दोनों ही खराब पड़ा हुआ है। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग के सबसे जरूरी एंबुलेंस सेवा ठेला पर ही है। महिला के प्रसव कराने आए परिजनों ने कहा कि वह लोग रायपुर से अमदाबाद स्वास्थ्य केंद्र तक ठेला पर ही पहुंचे हैं। आखिर करें भी तो क्या करें एम्बुलेंस सेवा पिछले कई महीनों से ठप है।
वहीं इस मामले पर जिलाधिकारी ने कहा कि लगातार जिले में एंबुलेंस सुविधा दुरुस्त किया जा रहा है। पिछले दिनों कटिहार स्वास्थ्य विभाग को दो बाइक एंबुलेंस प्राप्त हुआ है और जल्दी ही 8 और मिलने वाला है। इसके अलावा भी और कई एंबुलेंस जल्द ही जिले के सुदूर इलाके तक व्यवस्थित हो जाएगा। इसलिए उम्मीद है कि आने वाले दिनों में एंबुलेंस की कमी की वजह से ऐसी तस्वीरें जिला के सुदूर इलाके से भी सामने नहीं आएगी।
कटिहार से सुमन की रिपोर्ट