NEWSPR डेस्क। बिहार में बैंक बंद को लेकर लगभग 10 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। वहीं राज्यों में संचालित व्यावसायिक बैंक और ग्रामीण बैंक की पांच हजार शाखाओं के कामकाज पर इसका असर पड़ा। कल सभी एटीएम में भी आउट ऑफ कैश की तख्तिय़ां लग गई।
वहीं बेतिया में 100 करोड़ के कारोबार पर असर पड़ा। बैंक हड़ताल में बैंककर्मियों के तीन प्रमुख संगठन- ऑल इंडिय बैंक इंपलॉइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन और बैंक इंपलॉइज फेडरेशन शामिल हुए। स्टेट बैंक का प्रमुख संगठन ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन ने हड़ताल को नैतिक समर्थन तो दिया, लेकिन वह इस हड़ताल में शामिल नहीं हुआ। इसके कारण राज्य में स्टेट बैंक की 983 शाखाओं को छोड़कर व्यावसायिक बैंक और ग्रामीण बैंक की कुल 5061 शाखाओं के लेन-देन पर असर पड़ा।
वहीं बैंक के अलावा पोस्ट ऑफिस में भी दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन आम जनता को नकद लेन देन में काफी परेशानी हुई। अनुमान लगाया जा रहा कि एक दिन में 10 हजार करोड़ रुपये का बैंक व्यापार बाधित हुआ। स्टेट बैंक के एटीएम को छोड़कर व्यावसायिक बैंक के 2664 एटीएम में दोपहर के बाद कैश फीड नहीं होने के कारण शाम तक प्राय: सभी एटीएम में नो कैश की तख्तियां लटक गई।