तापमान बढ़ते ही CM नीतीश हुए परेशान, AES को लेकर स्वास्थ्य विभाग को दिए निर्देश

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। बिहार के तापमान में वृद्धि और इस दौरान एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) के फैलने की आशंका से सीएम नीतीश कुमार परेशान है। जिसको लेकर उन्होंने मंगलवार को एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। जहां मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूरी तरह से सतर्क और तैयार रहने का निर्देश दिया। उन्होंने AES की चुनौती से निपटने के लिए अस्पतालों में सभी तरह की तैयारी रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने इसके लिए मरीजों को अस्पताल पहुंचाने, तत्काल दवाओं की उपलब्धता और पीकू वार्ड तैयार रखने को कहा है।

एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में एईएस को लेकर समीक्षा बैठक में CM ने कहा कि AES के प्रति पूरी तरह सतर्कता बरतें। लोगों को एईएस के लक्षणों और इलाज के प्रति जागरूक करते रहें। इसके लिए व्यापक रूप से जागरुकता अभियान चलाएं। एईएस से प्रभावित बच्चों को तुरंत अस्पताल तक पहुंचाने की सारी व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश सीएम ने दिया। उन्होंने कहा कि पीकू वार्ड को पूरी तरह से तैयार रखें जिससे एईएस प्रभावित बच्चों को ससमय इलाज मिल सकें। इसके साथ ही अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें।

इससे पूर्व मुख्य सचिव के साथ समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि राज्य के एईएस प्रभावित जिलों में सभी आशा को एक-एक सेट दवा की किट उपलब्ध कराई गई है। इस किट में तीन पारासिटामोल का सीरप और 20-20 ORS का पैकेट उपलब्ध कराया गया है। वहीं, 268 स्वास्थ्य संस्थानों में 566 विशेष किट उपलब्ध कराई गई है। जिसमें इलाज में उपयोग किए जाने वाले उपकरणों को उपलब्ध कराया गया है। मुजफ्फरपुर के सभी अस्पतालों को पांच-पांच सेट और सीतामढ़ी एवं पूर्वी चंपारण में दो-दो सेट किट उपलब्ध कराई गई है।

बता दें कि इस बार भी प्रचंड गर्मी में AES  ने दस्तक दे दिया है। जनवरी से अब तक एईएस के आठ मामले सामने आ चुके हैं। SKMCH में भर्ती हुए इनमें से सात बच्चे ठीक होकर घर जा चुके हैं। जनवरी महीने में इससे एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है। एईएस पीड़ित इन बच्चों में से चार मुजफ्फरपुर, दो मोतिहारी, एक सीतामढ़ी और एक अररिया के हैं।

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