NEWSPR डेस्क। पटना में मेट्रो प्रोजेक्ट का काम तेजी के साथ जारी है। पहले और दूसरे कॉरिडोर को मिलाकर कुल 24 स्टेमशन बनाया जा रहा है। इनमें से 12 मेट्रो स्टेशन भूमिगत होंगे, जबकि 12 स्टेकशन एलिवेटेड यानी जमीन से ऊपर होंगे। भूमिगत स्टेशन और एलिवेटेड को चिह्नित कर लिया गया है। पटना मेट्रो के ऑपरेशनल होने के बाद बिहारवासी भी राष्ट्री य राजधानी दिल्लीक की तरह प्रदेश की राजधानी में मेट्रो की सवारी का आनंद उठा सकेंगे तथा जमा से मुक्ति पा सकते हैं।
पटना मेट्रो के 24 स्टेशनों में से लगभग एक दर्जन स्टेशन भूमिगत बनाए जाएंगे। कॉरिडोर-1 यानी दानापुर से खेमनीचक के बीच रुकनपुरा, राजा बाजार, चिड़ियाघर, विकास भवन, विद्युत भवन, पटना रेलवे जंक्शन पर अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनाना तय किया गया है। इसके अलावा कॉरिडोर-2 यानी पटना स्टेशन से न्यू आईएसबीटी के बीच आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, मोइनुल हक स्टेडियम और राजेंद्र नगर में भी भूमिगत स्टेशन बनाने की प्लानिंग है। पटना जंक्शन को इंटरचेंज स्टेशन बनाना तय किया गया है।
मलाहिपकड़ी से न्यू आईएसबीटी के बीच बनने वाले एलिवेटेड रूट के बाद दानापुर से पाटलिपुत्र स्टेशन के बीच बनने वाले रोड पर भी बहुत तेजी से काम किया जा रहा है। इस रूट के 14 स्टेशनों में दानापुर से पाटलिपुत्र तक के पहले 4 और मीठापुर से खेमनीचक तक अंतिम 4 मेट्रो स्टेशन एलिवेटेड होंगे। इस कॉरिडोर के अंडरग्राउंड रूट के काम की शुरुआत फाइनेंसिंग के बाद शुरू कर दी जाएगी। एलिवेटेड रूट पर बनने वाले स्टेशनों के निर्माण पर करीब 528 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। वहीं, अंडरग्राउंड रूट के स्टेशनों के निर्माण पर करीब 2000 हज़ार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
आकाशवाणी, गांधी मैदान, पटना विश्वविद्यालय और मोइनुल हक स्टेोडियम का इलाकों में अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेधशन होगा इसके लिए मिट्टी की जांच और दूसरे काम पूरे किए जा चुके हैं और खुदाई का काम शुरू किया गया है। तकनीकी कार्य पूरा हो जाने के बाद यहां स्टेशन का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल कॉरिडोर-1 और कॉरिडोर-2 को मिलाकर 24 स्टेशन बनाने की योजना तय की गई है।