NEWSPR DESK- ज्यादा गर्मी हो या ठंड फसल खराब हो जाती है। और फिर किसानों को अपने पैसों से उधार झुकना होता है।किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर नई तरह की फसलों की ओर रुख कर रहे हैं. किसान औषधीय खेती के साथ-साथ अब बागवानी भी कर रहे हैं. जिससे उनको अच्छी आमदनी होती है. ऐसे में अगर किसान महोगनी के पौधों को खेतों में लगा दें तो वह 10 से 12 साल में मालामाल हो जाएंगे. महोगनी की लकड़ी बेहद ही कीमती होती है. महोगनी की लकड़ी की विदेश में भी भारी डिमांड रहती है. महोगनी की लकड़ियों का इस्तेमाल जहाज, फर्नीचर, प्लाईवुड, सजावट और मूर्तियों को बनाने में किया जाता है. खास बात ये है कि महोगनी की लकड़ी को पानी से कोई नुकसान नहीं होता है. इस लकड़ी से बने प्रोडक्ट कई वर्षों तक खराब नहीं होते हैं.
महोगनी के पौधे को किसान अपने खेत किनारे भी लगा सकते हैं. आमतौर पर किसान अपने खेतों के किनारे यूकेलिप्टिस के पेड़ लगाते हैं. जो 5 साल में तैयार हो जाते हैं. लेकिन अगर महोगनी अपने खेत किनारे के पेड़ लगा दें तो यह 10 से 12 साल में तैयार हो जाते हैं. एक पेड़ की कीमत 40 से 50 हजार रुपए तक होती है. पौधे लगाने के लिए पौधे से पौधे की दूरी 7 से 8 फीट रखी जाती है. आमतौर में यह पौधा नर्सरी पर 50 से 70 रूपए तक मिल जाता है. यह किसी भी जलवायु में तैयार किया जा सकता है.