अगर 112 की टीम किसी नाबालिग चोर को पकड़ती है, तो घबराइए नही, उसे बाइज्जत आगे छोड़ देगी, ये है पटना की डायल 112

Patna Desk

 

NEWSPR DESK -पटना आखिर क्यों न बढ़े राजधानी में मोबाइल चोरी की घटनाएं। जब पुलिस पकड़ शातिर को घटना स्थल से दूर लेजा पब्लिक द्वारा पकड़े गए नाबालिक चोर को छोड़ निकल जाती है। नाबालिक ने पब्लिक के सामने खोला पूरा चोरी का राज महीने में कितना मिलता है रुपया? और किसको देते है चोरी का मोबाइल? इस मामले पर न्यूज पीआर के क्राइम रिपोर्टर ने कई जानकारियां इकट्ठा की है।दरअसल चोरी किये गए मोबाइल से अपराधी साइबर क्राइम की घटनाओं को बैठ बड़ी बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बच्चा मोबाइल चोर गिरोह को किसका है संरक्षण? आखिर क्यों 112 क्विक रिस्पॉन्स टिम पूछताछ नहीं कर छोड़ दें रहे शातिर नाबालिक चोर को? कई सवाल खड़े हो रहे है। जज, वकील, पुलिस सहित आम लोग है मोबाइल चोरी की घटनाओं से परेशान। ऑपरेशन मुस्कान का हवाला देकर पीड़ितों को लौटा दे रहे पुलिसकर्मी। ताजा मामला पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र का है। जहां लंगरटोली के पास एक युवक ने रंगे हाथों मोबाइल की चोरी करते एक नाबालिक को धर दबोचा और पीरबहोर थाने की डायल 112 की टीम के हवाले किया। वही 112 की टीम ने नाही थाना को सूचना दी और ना ही उसे थाना ले गया। नाबालिक से कुछ पूछताछ और थाने ले जाने की बजाय कुछ दूर आगे लेजाकर छोड़ दिया है। वही स्थानीय लोगों ने इस बात का विरोध कर नाबालिक को पकड़ पीरबहोर थाना को सूचित किया तो तुरंत थाना ने अपने पेट्रोलिंग टीम को भेजा। जब पुलिस ने पूछताछ किया तो कई चौकाने वाले बातें सामने आई। रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले नाबालिक ने बताया की उसके ग्रुप में 4 युवक है जो सरगना के इशारे पर मोबाइल चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के लिए राम कृष्णा नगर थाना क्षेत्र से दरियापुर, गोविंद मित्रा रोड सहित सब्जी मंडी रोजाना सुबह स्पॉट पर पहुंच जाते है। जहां भीड़ भाड़ वाले जगहों पर एक्टिव हो लोगो के मोबाइल पर हाथ साफ कर देते है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनकी उम्र को देखकर किसी को संदेह नहीं होता और शातिर नाबालिक चोर मोबाइल लेकर आराम से फरार हो जाता है। बताया जा रहा है कि नाबालिको से मोबाइल की चोरी करवाने वाला गिरोह का मास्टरमाइंड मनीष है जो मोबाइल चोरी करवाकर बेचता है। वही इसमे कुल 4 लोग शामिल है जिसमे सुनील, बबलू, मोनू है। इन पढ़ने और खेलने वाले उम्र के नाबालिक बच्चों को मोबाइल फोन चोरी करने की पूरी ट्रेनिंग देता है। और उन्हें फील्ड में उतार देते है। मिली जानकारी के अनुसार नाबालिकों को चोरी के एक मोबाइल देने पर 3 से 4 हजार रूपए मिलते हैं। वही महीने में 20 से 25 हजार की कमाई एक नाबालिक को हो जाती है। फिलहाल पुलिस ने नाबालिक को कस्टडी में ले आगे की जानकारी और सरगना की तलाश में जुट गई है ।

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