भागन बीघा ओपी थाना क्षेत्र इलाके के धमासंग गांव में आपसी वर्चस्व को लेकर दो गुटों में जमकर गोलीबारी और रोड़ेबाजी हुई है।इस घटना में दोनों पक्षों से छह लोग मामूली रूप से जख्मी बताए जाते है। दरअसल दलित पक्ष के लोगो का आरोप है की तीन दिन पूर्व उनके घर के दीवार पर लगे लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास का बैनर पोस्टर गायब करने का आरोप लगाया है। स्थानीय ग्रामीण ने कहा की देर रात दस की संख्या में नशे में धुत्त होकर अचानक रोड़ेबाजी और गोलीबारी करना शुरू कर दिया। दलित समुदाय के घरों और छतों पर जमा पत्थर हुए पथराव की गवाह दे रहा है। इसी विवाद को लेकर देर रात दोनो गुटों के बीच जमकर गोलीबारी और रोड़ेबाजी हुई। दलित समुदाय के लोगो ने यह भी कहा की रास्ते पर भैंस ले जाने के दौरान एक बच्ची के पैर पर भैंस चढ़ गया जिससे बच्ची जख्मी हो गई। वही दूसरे पक्ष (यादव समुदाय) के लोगो का आरोप है की सरकारी जमीन पर आने जाने का रास्ता पर बास से बैरेकेटिंग कर अवरुद्ध कर दिया गया। जिससे आने जाने में परेशानी होती थी।
इसके पूर्व भी इसी रास्ते के विवाद को लेकर गांव के लोगो स्थानीय थाना में मामला दर्ज कराया जा चुका है। पोस्टर गायब करने के आरोपों को दूसरे पक्ष के लोगो ने बेबुनियाद बताया है। रोड़ेबाजी और गोलीबारी करने का आरोप दलित समुदाय के ऊपर लगाया है। ग्रामीणों ने कहा इस घटना को लेकर स्थानीय मुखिया को जिम्मेवार ठहराया है। सारी घटना मुखिया के इशारे पर किया गया है। बरहाल दोनों पक्षों से की ओर से भागन बीघा ओपी थाना में मामला दर्ज कराया गया है कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ यह तो मामला जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। वही भागनबीघा थाना अध्यक्ष ने भी पोस्टर गायब करने की घटना से इनकार किया है।घटना के पीछे का मुख्य कारण रास्ते का विवाद बताया है।