इश्क में हम तुम्हें क्या बताएं किस कदर चोट खाए हुए हैं यह गाना तो आपने सुना होगा ऐसा ही कुछ मामला भागलपुर के एकचारी से सामने आया है, हर पिता का शौक रहता है बेटी की धूमधाम से शादी करें वैसा ही एक पिता ने अपनी बेटी को शादी कर ससुराल भेजा, उस पिता को क्या पता था कि उसकी बेटी एक ही महीने में ससुराल से घर वापस आ जाएगी, यहां तक तो छम्य था उसके बाद उसकी बेटी ने प्यार में अपने प्रेमी से मंदिर में जाकर शादी कर ली और मात्र चार दिन उसके साथ रही पांचवें दिन उस धोखेबाज प्रेमी ने लड़की को उसके घर वापस भेज दिया, अब वह लड़की ना तो पहली शादी वाले ससुराल में रह पाई ना ही उसका प्यार उसको अपनाया, अब वह अपने लाचार वृद्ध पिता के साथ अपने इंसाफ के लिए थानों के दर बदर की ठोकर खा रही है, ना तो एकचारी थाना उसकी कोई फरियाद सुन रहा है ना ही वरीय पुलिस अधीक्षक।