कटिहारः जिले में बाढ़ ने दस्तक दे दी है, कदवा प्रखंड के लगभग 10 पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया , बाढ़ से प्रभावित लोग अपने सामानों और पशुओं को लेकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा रहें हैं। वहीं कई इलाकों का सड़क संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। जिसके बाद इलाके में एनडीआरएफ की टीम ने कमान संभाल ली है। हालांकि प्रशासनिक व्यवस्था से यहां के लोग नाखुश नजर आ रहे हैं।
जिले में महानंदा नदी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। यहां के प्रखंड के लगभग 10 पंचायतों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। कदवा प्रखंड के भरी पंचायत के निकट बदुआ पुल के ऊपर से बाढ़ का पानी बहने लगा है, कई इलाकों का सड़क संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है।, वही राहत की बात यह है कि गंगा, बरगंडी और कोसी उफान पर होने के बावजूद ये नदियां अभी खतरे ने निशान से नीचे बह रहीं हैं। फिलहान इलाके में एनडीआरएफ की टीम ने कमान संभाल ली है।
विभिषिका की यह शुरूआत है
जानकार बताते हैं की ये बाढ़ की विभिषिका का पहला चरण है। स्थानीय लोग कहते हैं की प्रशासन, बाढ़ से निपटने के लिए जिन तैयारियों का दम भड़ता है जिसकी जमीनी हकीकत बिलकुल इसके अलग है, पानी से तेज बहाव में एक व्यक्ति अपनी मोटरसाइकिल के साथ बह गया जिसे स्थानीय युवाओं द्वारा किसी तरह बचाया गया पर इतना सब कुछ होता रहा पर स्थानीय प्रशासन के लोग ना तो इसकी सुधि लेने पहुंचे और ना ही इस बात का जायजा लेने पहुंचे की पानी के तेज बहाव में क्या-क्या और कितने लोग प्रभावित हुए हैं।
वहीँ दूसरी कटिहार के डीएम कँवल तनुज ने बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों को के बिच राहत पहुंचाने के लिए कई दिशा निर्देश दिये है और जिन्हें शख्ती से पालन करने के लिए कड़े भी दिए हैं। साथ ही डीएम कँवल तनुज ने बताया की इन इलाकों में एतिहातन एनडीआरएफ की टीम की तैनाती लगभग एक सप्ताह पहले से ही जिला प्रशासन ने उन इलाकों में की है जहाँ बाढ़ का ज्यादा खतरा है| ताकि इन इलाकों में किसी भी तरह की आपात स्थिति से एनडीआरएफ टीम तुरंत निपट सके|