NEWSPR डेस्क। आज पूरे देश में कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा। आज के दिन साल 1999 में भारत में घुसे घुसपैठियों की शक्ल में पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल की चोटियों पर या तो मार गिराया था या भागने पर मजबूर कर दिया था। जिसमें भारत ने अपने कई लाल खोये थे। वहीं जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीन श्रीवास्तव ने सभी सेना के शौर्यों को याद करते हुए नमन किया है और श्रद्धांजलि दी है।
बता दें कि कारगिल युद्ध मई-जुलाई 1999 तत्कालीन जम्मू और कश्मीर राज्य के कारगिल जिले में हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि कारगिल की चोटियों पर आतंकवादियों को पहुंचाने और उन्हें सैन्य मदद देने की पूरी साजिश उस समय पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ की थी। वहीं उस वक्त पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इस पूरी साजिश के बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी।
भारत की तरफ से जब कारगिल की चोटियों पर पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों के संबंध में जानकारी दी गई, तब उन्हें परवेज मुशर्रफ ने इस पूरी साजिश के बारे में बताया। जिसके बाद इस युद्ध को लड़ा गया। जिसमें सेना के शौर्यों को शहादत भी मिली। जिनको आज हम याद करते हैं। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। मई में शुरू हुए कारगिल अभियान में भारत की तरफ से कई बहादुर सैन्य अधिकारियों और वीर सैनिकों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहूति दी।
इस दौरान पाकिस्तानी घुसपैठियों को भी मार किराया और आखिरकार भारतीय सेना ने 26 जुलाई 1999 को ऑपरेशन विजय के सफल होने की घोषणा की थी तभी से इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। बस मलाल इस बात का है कि इस युद्ध में जय हिंद के 527 सैनिक शहीद हुए थे।