NEWSPR डेस्क। मोतिहारी के ढ़ाका न्यायालय परिसर में जेल से पेशी के लिए आए कैदी ने खुदकुशी का प्रयास किया। कैदी ने अपने गमछे में आग लाकर आत्मदाह का प्रयास किया। अन्य कैदियों के अलावा सुरक्षाकर्मियों और अधिवक्ताओं की तत्परत से आग पर काबू पाया गया। हालांकि, आग से देवेंद्र ठाकुर का चेहरा और बाल हल्का झुलसा है।
घटना के दौरान कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मची रही। सूचना पर स्थानीय पुलिस भी कोर्ट पहुंची। बताया जाता है कि कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र के खरुआ गांव के रहने वाले देवेंद्र ठाकुर मारपीट के एक मामले में पिछले दो माह से मोतिहारी सेंट्रल जेल में बंद हैं। आज को देवेंद्र ठाकुर को जेल से सिकरहना अनुमंडलीय न्यायालय में कैदी भान से तारीख पर लाया गया था।
कैदी भान से उतरने के बाद उसे दूसरे मामलों के अन्य दो बंदियों के साथ न्यायालय के हाजत में ले जाया जा रहा था। जिस दौरान उसने अपने गला में लपेटे गमछा में आग लगा लिया। जिसे देखकर उसके साथ जा रहे अन्य कैदियों ने शोर मचाते हुए आग को बुझाने का प्रयास किया। सुरक्षा कर्मी और वहां मौजूद अधिवक्ताओं के सहयोग से गमछा के आग को बुझाया गया। इस घटना में देवेंद्र ठाकुर का चेहरा और बाल हल्का झुलस गया है।जिसे इलाज के लिए सिकरहना अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना के बारे में सिकरहना(ढाका) डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि पेशी के समय देवेंद्र ठाकुर की पत्नी मिलने आई थी।पत्नी को डांटते हुए देवेंद्र ने जल्दी से बेल कराने के लिए कहा।उसके बाद हाजत में जाते समय उसने आग लगाने का प्रयास किया।उन्होंने बताया कि उसके पास सलाई कहां से आई। जांच की जा रही है।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट