NEWSPR डेस्क। भागलपुर में प्राय यह देखने को मिलता है कि सीसीटीवी कैमरे में चोरी करते हुए चोर ही कैद होते हैं। इनकी खोजबीन के लिए पुलिस को काफी माथापच्ची करनी पड़ती है। मुखबिरों को अलर्ट करना पड़ता है, तब जाकर चोरी के मामले का उद्भेदन होता है। लेकिन जरा सोचिए सीसीटीवी में यदि खुद पुलिस और टिमटिमाती लाइट वाली पुलिस जीप ही कैद हो जाए, तो इसकी तलाश कितनी आसान होगी? भागलपुर के ढोलबज्जा से एक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला और आरोप सामने आया है।
नाइट पेट्रोलिंग पर निकले पुलिसकर्मियों ने गाड़ी रोक एक घर के बाहर रखे टेबल फैन (फर्राटा पंखा) को उठा लिया और दबे पांव वहां से निकल पड़े। मामला संज्ञान में आया तो नवगछिया एसपी ने जांच के आदेश दे दिए। लेकिन मामले पर ग्रामीण पुलिस की इस करतूत पर घोर निंदा कर रहे हैं। दरअसल, सोमवार 26 सितंबर को ढोलबज्जा थाना पुलिस रात्रि गश्ती के लिए निकली थी। पुलिस दल बाजार में गश्ती कर ही रहा था कि उनकी नजर सुबोध चौधरी के घर के बाहर रखे पंखे पर जा पड़ी। देर रात करीब एक बजे पुलिस टीम ने गाड़ी रोक इस पंखे को दबे पांव उठा लिया और गाड़ी में रखकर चलते बने।
थाना से भगा दिया गया
इधर सुबह सवेरे जब सुबोध चौधरी उठे, तो उनका टेबल फैन गायब था। लिहाजा, उन्होंने आसपास पूछताछ की, लेकिन उन्हें पंखा कहीं नहीं मिला। वहीं किसी ने उनके घर के पास लगे सीसीटीवी चेक करने की सलाह सुबोध को दी, जब सुबोध एंड फैमिली ने सीसीटीवी फुटेज देखा तो वे हैरान हो गए। इसके बाद खुद सुबोध थाने पहुंचे और पंखे को लेकर पुलिस से सवाल जवाब किया। लेकिन पुलिस वालों ने उन्हें ये कहकर भगा दिया कि वे कोई पंखा लेकर नहीं आए हैं।
घर लौट कर आए सुबोध ने सीसीटीवी से मोबाइल पर रिकार्डिंग की और फिर थाने पहुंच गए। वीडियो देख पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए क्योंकि उनकी चोरी पकड़ ली गई थी। मामला तूल पकड़ने लगा तो ढोलबज्जा पुलिस ने सुबोध को बुलाकर पंखा वापस कर दिया। मामले में सरपंच सुशांत कुमार ने कहा कि सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि गश्ती गाड़ी से उतरकर पुलिसकर्मी पंखा उठाकर अपने साथ ले गए।
मामले में ढोलबज्जा थाना प्रभारी प्रभात कुमार ने कहा कि गश्ती के दौरान सड़क किनारे लवारिश हालत में पंखा पड़ा मिला था। इसके चलते ही सिपाही उसे अपने साथ थाने ले आए। इससे पहले उन्होंने दरवाजा भी खटखटाया था लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। प्रभारी ने ये भी कहा कि किसी ने थाने आकर कोई पूछताछ नहीं की। जानकारी मिलने के बाद ही जिसका पंखा था, उसे वापस कर दिया गया।
रिपोर्ट-श्यामानंद सिंह भागलपुर