भगतपुर सहित पूरा बिहार इन दिनों प्रचंड गर्मी और तेज धूप से झुलस रहा है | भागलपुर में पारा 43 डिग्री पार कर गया है | चिलचिलाती धूप ने मानो पूरे भागलपुर में अघोषित कर्फ्यू लागू कर दिया हो, और शरीर को झुलसा देने वाले गर्मी का सितम यह है कि दोपहर में सड़के सुनसान हो जाती है | हम जो आपको तस्वीर दिखा रहे हैं वह है आसमानी आग और पेट की आग के बीच की कहानी , जिसमें पेट की आग को शांत करने के लिए आसमानी आग पर जीत हासिल कर लोग कड़ी धूप में भी मेहनत करते दिख रहे हैं |
एक तरफ लोग जहां चिलचिलाती धूप में घर में दुबकने को मजबूर हैं, वहीं दूसरी ओर मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले लोग भीषण गर्मी का परवाह किए बिना काम करते दिखाई दे रहे हैं | हम बात कर रहे हैं एसी सर्विसिंग करने वाले मोहम्मद जीशान और अफरोज की | इन दिनों पाक महीना रमजान भी चल रहा है और यह दोनों भूखे – प्यासे घर घर जाकर लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उनके एसी का मरम्मत और सर्विसिंग कर रहे हैं | मोहम्मद जीशान कहते हैं कि पेट की आग के सामने यह आसमानी आग कुछ नहीं है | प्रतिदिन मेहनत करने से जो पैसा आता है उससे परिवार का भरण पोषण होता है | वह एसी का सर्विसिंग करता है इसलिए उसे गर्मी के दिन का इंतजार भी रहता है | बात जो भी हो यहां आसमानी आग पर पेट की आग भारी दिखाई पड़ रही है |