NEWSPR डेस्क। राज्य कर आयुक्त-सह-सचिव, बिहार, पटना के निर्देश पर विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए बड़े पैमाने पर टैक्स की चोरी का पर्दाफाश किया गया। बता दें कि विभाग द्वारा 18 मई को पटना जीरो माईल पहाड़ी पर अवस्थित आइरन स्क्रैप के व्यवसायी के यहाँ छापेमारी की गई एवं करोड़ों रूपये के कर की चोरी का मामला उजागर किया।
पटना में 2, बाढ़ में 1, मुजफ्फरपुर में 1 तथा मधुबनी में 1 इस प्रकार कुल 5 स्थानों पर व्यवसाय प्रतिष्ठान का निरीक्षण किया गया। विभाग के केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा डाटा ऐनालिटिक्स के क्रम में पाया गया कि कर अपवंचना की मंशा से बोगस फर्मों द्वारा ई-वे बिल के आधार पर आइरन स्क्रैप का परिवहन किया जा रहा है किन्तु कर का भुगतान नही किया जा रहा है। Human Intelligence के आधार पर इस जालसाजी के उद्गम स्थल का पता लगाया गया और पटना जीरो माईल, पहाड़ी पर अवस्थित आइरन स्क्रैप के व्यवसायी के यहाॅ छापेमारी की गई। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि आइरन स्क्रैप के इस कारोबारी द्वारा बिना इनभाइस जारी किये मालों की खरीद बिक्री की जा रही है।
छापेमारी में यह तथ्य उजागर हुआ कि व्यवसायी बड़े-बड़े पुराने ट्रको की कटिंग करते हुए स्क्रैप के अलावा इसके पार्टस की बिक्री भी पृथक रूप से करते हैं। निरीक्षण के दौरान इस फर्म के द्वारा रूपये 17 करोड़ की अलेखापित (unaccounted) बिक्री एवं इस पर कर की चोरी किये जाने का मामला उजागर हुआ। 19 मई को बिटुमिन, आइरन स्टील तथा कोयले की 5 फर्मों के विरूद्व विभाग द्वारा कार्रवाई की गई।
इनमें 2 फर्म निबंधन में दर्शाये गये व्यवसाय स्थल पर अस्तित्वहीन (Non existent) पायी गयी जबकि अन्य 3 फर्म Non functional एवं बिल ट्रेडिंग में संलिप्त पायी गयी जो केवल कागज पर ही अपना कारोबार दिखा रही है। इन 5 फर्मों में लगभग 15 करोड़ के टैक्स की चोरी का अनुमान है। विभाग की आयुक्त-सह-सचिव डॉ. प्रतिमा द्वारा बताया गया कि ऐसी फर्मों की श्रृंखला (chain) में शामिल प्रतिष्ठान तथा मुख्य लाभार्थी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी एवं कर तथा पेनाल्टी की वसूली सुनिश्चित की जायेगी।