औरंगाबाद: बिहार के राज्यपाल श्री राजेंद्र अर्लेकर जी, मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी, और भी सभी वरिष्ठ नेता यहां बैठे हैं, मैँ सबका नाम तो स्मरण नहीं कर रहा हूं लेकिन पुराने सभी साथियों का आज मिलन और मैं इतनी बड़ी तादाद में आप सब अन्य महानुभाव जो यहां आए हैं, जनता जनार्दन का मैं हृदय से अभिनंदन करता हूं।
विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर, उम्गेश्वरी माता और देव कुंड के इ पवित्र भूमि के हम नमन करीत ही! रउनि सब के प्रणाम करीत ही! भगवान भास्कर के कृपा रउआ सब पर बनल रहे!
औरंगाबाद की ये धरती अनेक स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मस्थली है। ये बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिन्हा जी जैसे महापुरुषों की जन्मभूमि है। आज उसी औरंगाबाद की भूमि पर बिहार के विकास का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। आज यहां करीब साढ़े 21 हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है। इन परियोजनाओं में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कई परियोजनाएं हैं, इनमें रेल इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम भी हैं, और इनमें आधुनिक बिहार की मजबूत झलक भी है। आज यहाँ आमस-दरभंगा फोरलेन कॉरिडोर का शिलान्यास हुआ है। आज ही दानापुर-बिहटा फोरलेन एलिवेटेड रोड का शिलान्यास भी हुआ है। पटना रिंग रोड के शेरपुर से दिघवारा खंड का शिलान्यास भी हुआ है। और यही NDA की पहचान है। हम काम की शुरुआत भी करते हैं, काम पूरा भी करते हैं, और हम ही उसे जनता जनार्दन को समर्पित भी करते हैं। ये मोदी की गारंटी है, ई मोदी के गारंटी हई ! आज भी, भोजपुर जिले में आरा बाईपास रेल लाइन की नींव भी रखी गई है। आज नमामि गंगे अभियान के तहत भी बिहार को 12 परियोजनाओं की सौगात मिली है। मुझे पता है कि बिहार के लोग, और खासकर औरंगाबाद के मेरे भाई-बहन बनारस-कोलकाता एक्सप्रेस वे का भी इंतज़ार कर रहे हैं। इस एक्सप्रेस वे से यूपी भी केवल कुछ घंटों की दूरी पर रहेगा, और कुछ घंटे में ही कोलकाता भी पहुँच जाएंगे। और यही एनडीए के काम करने का तरीका है। बिहार में विकास की ये जो गंगा बहने जा रही है, मैं इसके लिए आप सभी को, बिहारवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।
आज बिहार की धरती पर मेरा आना कई मायनों में खास है। अभी कुछ दिन पहले ही बिहार के गौरव कर्पूरी ठाकुर जी को देश ने भारत रत्न दिया है। ये सम्मान पूरे बिहार का सम्मान है, ई सम्मान समुच्चे बिहार के सम्मान हई! अभी कुछ दिन पहले अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भी हुई है। अयोध्या में रामलला विराजमान हुए हैं, तो स्वाभाविक है कि सबसे ज्यादा खुशी माता सीता की धरती पर ही मनाई जाएगी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बिहार जिस आनंद में डूबा, बिहार के लोगों ने जैसा उत्सव मनाया, रामलला को जो उपहार भेजे, मैं वो खुशी आपसे साझा करने आया हूँ। और इसके साथ ही, बिहार ने एक बार फिर डबल इंजन की रफ्तार भी पकड़ ली है। इसलिए, बिहार इस समय पूरे उत्साह में भी है, और आत्मविश्वास से भी भरा हुआ है। मैं ये उत्साह मेरे सामने इतनी बड़ी संख्या में मौजूद माताएं, बहनें, नौजवान और जहां पर मेरी नजर पहुंच रही है, उत्साह उमंग से भरे आप लोग इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आए हैं। आपके चेहरों की ये चमक, बिहार को लूटने का सपना देखने वालों के चेहरों पर हवाइयाँ उड़ा रही है।
एनडीए की शक्ति बढ़ने के बाद बिहार में परिवारवादी राजनीति हाशिए पर जाने लगी है। परिवारवादी राजनीति की एक और विडंबना है। माँ-बाप से विरासत में पार्टी और कुर्सी तो मिल जाती है, लेकिन माँ-बाप की सरकारों के काम का एक बार भी ज़िक्र करने की हिम्मत नहीं पड़ती है। ये है परिवारवादी पार्टियों की हालत। मैंने तो सुना है कि इनकी पार्टी के बड़े-बड़े नेता भी इस बार बिहार में लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए तैयार ही नहीं हो रहे हैं। और मैंने तो पार्लियामेंट में कहा था कि सब भाग रहे हैं। आपने देखा होगा अब लोकसभा का चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं। राज्यसभा की सीटें खोज रहे हैं ये लोग। जनता साथ देने को तैयार नहीं है। और ये है आपके विश्वास, आपके उत्साह, आपके संकल्प की ताकत। मोदी इसी विश्वास के लिए बिहार की जनता को धन्यवाद करने के लिए आया है।
एक दिन में इतने व्यापक स्तर पर विकास का ये आंदोलन इसका गवाह है कि डबल इंजन सरकार में बदलाव कितनी तेजी से होता है! आज जो सड़क और हाइवे से जुड़े काम हुये हैं, उनसे बिहार के अनेक जिलों की तस्वीर बदलने जा रही है। गया, जहानाबाद, नालंदा, पटना, वैशाली, समस्तीपुर और दरभंगा के लोगों को आधुनिक यातायात का अभूतपूर्व अनुभव मिलेगा। इसी तरह, बोधगया, विष्णुपद, राजगीर, नालंदा, वैशाली, पावापुरी, पोखर और जहानाबाद में नागार्जुन की गुफाओं तक पहुँचना भी आसान हो जाएगा। बिहार के सभी शहर, तीर्थ और पर्यटन की अपार संभावनाओं से जुड़े हैं। दरभंगा एयरपोर्ट और बिहटा में बनने वाले नए एयरपोर्ट भी इस नए रोड इनफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ेंगे। इससे बाहर से आने वाले लोगों के लिए भी आसानी होगी।
एक वो दौर था, जब बिहार के ही लोग अपने ही घरों से निकलने में डरते थे। एक ये दौर है, जब बिहार में पर्यटन की संभावनाएं विकसित हो रही हैं। बिहार को वंदेभारत और अमृतभारत जैसी आधुनिक ट्रेनें मिलीं, अमृत स्टेशनों का विकास किया जा रहा है। बिहार में जब पुराना दौर था, राज्य को अशांति, असुरक्षा और आतंक की आग में झोंक दिया गया था। बिहार के युवाओं को प्रदेश छोड़कर पलायन करना पड़ा। और एक आज का दौर है, जब हम युवाओं का स्किल डेवलपमेंट करके, उनका कौशल विकास कर रहे हैं। बिहार के हस्त शिल्प को बढ़ावा देने के लिए हमने 200 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले एकता मॉल की नींव रखी है। ये नए बिहार की नई दिशा है। ये बिहार की सकारात्मक सोच है। ये इस बात की गारंटी है कि बिहार को हम वापस पुराने उस दौर में नहीं जाने देंगे।
बिहार आगे बढ़ेगा, जब बिहार का गरीब आगे बढ़ेगा। बिहार तब्बे आगे बढ़तई जब बिहार के गरीब आगे बढ़तन! इसीलिए, हमारी सरकार देश के हर गरीब, आदिवासी, दलित, वंचित का सामर्थ्य बढ़ाने में जुटी है। बिहार के लगभग 9 करोड़ लाभार्थियों को पीएम गरीब कल्याण योजना का लाभ मिल रहा है। बिहार में उज्ज्वला योजना के तहत लगभग 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है। बिहार के करीब 90 लाख किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। इन किसानों के बैंक खातों में 22 हजार करोड़ रुपए से अधिक ट्रांसफर किए गए हैं। 5 वर्ष पहले तक बिहार के गांवों में सिर्फ 2 प्रतिशत घरों तक नल से जल पहुंच रहा था। आज यहां के 90 प्रतिशत से ज्यादा घरों तक नल से जल पहुंच रहा है। बिहार में 80 लाख से ज्यादा आयुष्मान कार्ड धारक हैं, जिन्हें 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की गारंटी मिली है। हमारी सरकार दशकों से ठप पड़े उत्तर कोयल जलाशय, इस परियोजना को जल्द पूरा करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। इस जलाशय से बिहार-झारखंड के 4 जिलों में एक लाख हेक्टेयर खेतों की सिंचाई के लिए पानी मिलने लगेगा।
बिहार का विकास- ये मोदी की गारंटी है। बिहार में शांति और कानून व्यवस्था का राज- ये मोदी की गारंटी है। बिहार में बहन-बेटियों को अधिकार- ये मोदी की गारंटी है। तीसरे टर्म में हमारी सरकार इन्हीं गारंटियों को पूरा करने और विकसित बिहार बनाने के लिए काम करने के लिए संकल्पबद्ध है।
आप सभी को एक बार बहुत-बहुत बधाई। आज विकास का उत्सव है, मैं आप सबसे आग्रह करता हूं अपना मोबाईल फोन निकालिये, उसको फ्लैशलाईट चालू कीजिए, आपके सबके मोबाईल की फ्लैशलाईट चालू कीजिए , ये विकास का उत्सव मनाइये, सब जो दूर-दूर हैं वो भी करें, हर कोई अपना मोबाईल फोन बाहर निकालें, ये विकास का उत्सव मनाइये।