भागलपुर आस्था का महापर्व छठ पूजा कल से ही नहाए खाए के साथ प्रारंभ हो गया है ,आज दूसरे दिन खरना पुजा है, खरना का अर्थ होता है शुद्धिकरण, खरना के दिन छठ पूजा का प्रसाद बनाने की परंपरा है, छठ का व्रत सबसे कठिन व्रत माना जाता है, खरना वाले दिन महिलाएं पूरे दिन व्रत रखती हैं जो मन के शुद्धता के लिए किया जाता है इस दिन छठी मैया के लिए प्रसाद तैयार किया जाता है प्रसाद में शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है, खरना कि शाम को गुड से बनी खीर का भोग लगाया जाता है, कुछ जगहों पर इस खीर को रसिया भी कहते हैं ,खास बात यह है की माता का पूरा प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर तैयार किया जाता है प्रसाद जब बनकर तैयार हो जाता है तो सबसे पहले व्रती को दिया जाता है उसके बाद पूरे परिवार प्रसाद का आनंद लेते हैं, इस दिन व्रती महिलाएं छठी मैया के गीत गाती हैं, बाजार भी सज धज कर तैयार हो गए हैं नारियल सूप फल जैसे पूजा के सभी सामान लेने वालों की बाजारों में खासी भीड़ देखी जा रही है।