मुंगेर में नगर पंचायत असरगंज कि मुख्य पार्षद लूसी कुमारी के पति राकेश मंडल पर नगर पंचायत कि विकाश योजनाओं में मनमानी करने का आरोप लगाया है नगर पंचायत कि उपमुख्य पार्षद खुशबू सिंह सहित आधा दर्जन वार्ड पार्षदों ने,वार्ड पार्षदों ने सिर्फ आरोप ही नहीं लगाया है बल्कि इस मामले लिखित रूप में आवेदन भी कार्यपालक पदाधिकारी रूपा कुमारी को दिया है।
अभी ताजा मामला असरगंज नगर पंचायत के 12 वार्डों में लगने वाली एक हजार स्ट्रीट लाइट और हाई मास्क लाइट है,जिसको लेकर वार्ड पार्षदों ने मुख्य पार्षद पति राकेश मंडल पर आरोप लगाया कि उनके द्वारा बोर्ड कि बैठक में प्रस्ताव पारित किए ही योजना को करवाया जा रहा है इतना ही नहीं नगर पंचायत कि गलियों में लगने वाली स्ट्रीट लाइट कितने कि है और किस कम्पनी की है और किस एजेंसी द्वारा करवाया जा रहा है किसी भी बात कि जानकारी उन वार्ड पार्षदों को नहीं है पर वही मुख्य पार्षद पति राकेश मंडल ने इस मामले में कहा कि योजना को नियमतः पारित कर योजना आरम्भ किया गया है।
मुख्य पार्षद पति राकेश मंडल इस मामले में जितनी भी दलीलें दें लें पर उन दलीलों कि पोल एक विसुअल ने खोल कर रख दी है जिसमे यह साफ देखा जा रहा है कि किस तरह से हाई मास्क लाइट लगाने और उसके स्थल चयन को लेकर वार्ड पार्षदों राकेश मंडल के बीच बहसबाजी होती नजर आ रही है बाद में कार्यपालक पदाधिकारी के हस्तक्षेप करने के बाद मामला शांत होता नजर आया है।इन सारे मामलों में जब कार्यपालक पदाधिकारी रूपा कुमारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि स्ट्रीट लाइट और हाई मास्क लाइट कि योजना के लिए भारत सरकार के जैम पोर्टल के मध्य से निविदा कराई गई है जिसमे पोली कैप कम्पनी का 45 वाट का 5500रु0 प्रति लाइट कि दर से 750 लाइट लगवाया जा रहा है और 90 वाट का 9500 प्रति लाइट कि दर से 250 लाइट लगवाया जा रहा है इस मूल्य में कार्यकारी एजेंसी स्ट्रीट लाइट लगाने के साथ ही 2 वर्षो का मेन्टेनेंस का कार्य भी करेगी।आगे उन्होंने बताया कि फण्ड कि कमी के कारण अभी एक ही जगह लदौआ मोड़ पर क्रोम्पटन कम्पनी लाइट लगाया जा रहा है।
कार्यपालक पदाधिकारी ने यह कह कर भले ही कुछ समय के लिए मुख्य पार्षद पति राकेश मंडल को क्लीन चिट दे दी है पर गलियों में लगी स्ट्रीट लाइट कि गुण वत्ता को देख यह साफ प्रतीत होता है कि किस तरह से विकाश के नाम पर लूट खसोट की गई है।