कैमूर: बिहार में मोदी के कार्यक्रम में किसी भी तरह का कोई बिरोध प्रदर्शन न हो इसे लेकर पुलिस प्रसाशन पहले से ही मुस्तैद है । बताते चलें कि भारतमाला एक्सप्रेसवे में अधिग्रहण भूमि के उचित मुआवजे नहीं मिलने को लेकर दो बर्षो से किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में जैसे ही किसानों को जानकारी मिली कि औरंगाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम होने वाला है। तब और भला क्या औरंगाबाद और कैमूर जिले के किसान अपनी आवाज को प्रधानमंत्री मोदी तक पहुंचाने के लिए रणनीति बना रहे थे। जैसे ही इसकी भनक पुलिस व प्रसाशन को लगी उसने किसान नेताओ पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। इसी क्रम में कैमूर जिले के मोहनिया पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रभारी दिनेश कुमार को मोहनिया पुलिस ने उनके गेस्ट हाउस में ही हाउस अरेस्ट कर लिया। उन्होंने बताया कि सुबह से जिस गेस्ट हाउस में हम ठहरे हैं, वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और अभी हमको निकल कर जाने नहीं दिया जा रहा हैं। दरअसल पीएम मोदी के कार्यक्रम से पहले भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रभारी के नेतृत्व में कैमूर से दर्जनों की संख्या में किसान अपनी कई मांगों को लेकर औरंगाबाद पहुंचकर मौन मार्च करने वाले थे। इससे पहले ही मोहनिया पुलिस द्वारा दिनेश कुमार को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। वहीं किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर के महासचिव पशुपति नाथ सिंह को भभुआ पुलिस के द्वारा हिरासत में ले लिया गया इसकी सूचना मिलते ही काफी संख्या में किसान भभुआ थाना में पहुंच कर उनके रिहाई की मांग करने लगे इसके बाद पुलिस के द्वारा 3 घंटे के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। इस मौके पर किसान नेता विमलेश पाण्डेय, अभिमन्यु सिंह, विक्की सिंह, अनिल कुमार सिंह, संजय सिंह,भोला सिंह, संतोष पाण्डेय, नगीना पाण्डेय , रामेश्वर पांडेय सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।