पटना, 4 जुलाई : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि राजद को एनडीए सरकार पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। 2005 के पहले श्री लालू यादव के शासन काल में बिहार में चारों तरफ सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे हुआ करते थे एक जिला से दूसरे जिला जाने में लोगों को सड़कों के अभाव में अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था सात,आठ घंटे में घर पहुंचते थे और काफी समय लग जाता था। राजद के द्वारा बिहार को रसातल के गर्त में पहुंचा दिया गया था।
हालत यह थी कि पता ही नहीं चलता था की गड्ढे में सड़क है, या फिर सड़क में गड्ढे। लेकिन 2005 के बाद एनडीए सरकार ने बिहार में मा मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी और स्व सुशील कुमार मोदी जी के नेतृत्व में चारों तरफ सड़कों का जाल बिछाने का काम किया हैं।
आज बिहार में सड़कों के कनेक्टिविटी के कारण कुछ ही घंटे में लोग एक जिला से दूसरे जिला आ जा रहे हैं। लगातार मा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मा मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के द्वारा बिहार में आधारभूत संरचनाओं का निर्माण करा कर बिहार को नई ऊर्जा प्रदान करने का काम किया गया है और वह निरंतर जारी है।
अरविन्द ने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार अपने विकास के पथ पर अग्रसर चलते हुए बरसात के बाद चार आम सड़क पुल परियोजनाओं पर काम करेगी जिसमें पटना से आरा होते हुए सासाराम तक 120 किलोमीटर तक 3600 करोड़ की लागत से फोरलेन सड़क बनेगी और छपरा में 303 करोड़ की लागत से 16 किलोमीटर का बाईपास का अतिरिक्त तीन लेने चौड़ीकरण होगा और साथ ही सीतामढ़ी में बागमती नदी पर 268 करोड़ की लागत से 5 किलोमीटर लंबा पुल का निर्माण होगा और बेगूसराय में गंगा नदी पर 36 किलोमीटर लंबा पुल सड़क का निर्माण 3550 करोड़ लागत से होगा। अरविंद ने कहा हैं कि वहीं बिहार की जनता से अपार स्नेह के कारण मा प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी जी बिहार की उन्नति के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इसलिए उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा अररिया के बहादुरगंज में 1143.46 करोड़ के लागत से 49.95 किलोमीटर लंबी 4 लेन सड़क का निर्माण होगा, बख्तियारपुर के रजौली में 2156.22 करोड़ के लागत से 50.89 किलोमीटर लंबी फोर लेन सड़क का निर्माण होगा और आरा के मोहनिया में 984.63 करोड़ के लागत से 60.8 किलोमीटर सड़क का निर्माण होगा।
जहां लालू यादव के शासनकाल में राजद के द्वारा बिहार का बंटाधार कर के बिहार को गड्ढों के जाल में झोंक दिया गया था वहीं एनडीए सरकार ने अपने दृढ़ इच्छाशक्ति से पूरे बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कराकर बिहार में कायापलट करने का काम किया हैं और लगातार कर रही है।
दूसरी ओर एनडीए सरकार बिहार को देश के अग्रणी राज्यों में सम्मिलित करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।