NEWSPR DESK- दाल के बाद अब जीरा व सरसों तेल की कीमतों ने भी रंग दिखाना शुरू कर दिया है। बता दे की जिससे महंगाई से राहत मिलने की बजाय लोगों पर महंगाई की मार पड़ने लगी है। एक माह के भीतर जहां जीरे में प्रति किग्रा सौ रुपये का उछाल है वहीं एक सप्ताह पहले तक 118 रुपये प्रति लीटर बिकने वाला तेल 129 से 130 रुपये पहुंच गया है।
जीरे की कीमत बढ़ने का कारण जहां बांगलादेश व चीन में जीरे की मांग बढ़ना है वहीं सरसों तेल में तेजी का कारण कारोबारी सरसों के भाव में प्रति क्विंटल छह सौ रुपये बढ़ना व सट्टेबाजी बता रहे हैं। पिछले साल प्रति किग्रा नौ सौ रुपये तक पहुंच चुका जीरा इस साल नई फसल आने के बाद फरवरी-मार्च में सस्ता होने लगा था।
थोक मंडी में छह सौ रुपये बिकने वाला जीरा 350 रुपये प्रति किग्रा पहुंच गया था। लेकिन अप्रैल के प्रथम सप्ताह से एक बार फिर जीरा में तेजी आनी शुरू हो गई और माह भीतर गुणवत्ता वाला जीरा 425 से 450 रुपये किग्रा तक पहुंच गया। जबकि फुटकर में पांच से साढ़े पांच सौ रुपये बिक रहा है।