भागलपुर : जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर इस्माइलपुर प्रखंड क्षेत्र के बिठा में सुबह के 9:00 बजे करीब आग लग गई आज की खबर ग्रामीणों में फैली जिसके बाद फायर ब्रिगेड को कॉल किया गया नजदीक में थाना होने की वजह से थाना भी मौके पर पहुंची मौके पर ग्रामीण एवं थाने की पुलिसकर्मी ने आज को काबू पाना चाहा लेकिन आज बनने के कारण और धड़क रहा था जिस वजह से फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंची.
बता दे कि गांव में शादी को लेकर जोरो जोरो से तैयारी हो रही थी परिवार में ही दो-दो शादियां थी. पीड़ित पक्ष बता रहा है कि दो दिन बाद ही उसकी बेटी एवं उसके भाई के बेटे की शादी थी लगभग पूरी तैयारी कर ली गई थी शादी के लिए जेवरात एवं अन्य सामग्री राशन की भी खरीदारी हो चुकी थी कार्ड बट चुके थे लेकिन अब यह खुशी गम में तब्दील हो गई.वही पीड़ित लड़की के दादी का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है कि अब हमारी पोती की शादी कैसे होगी पूरी तैयारी हो चुकी थी दोनों परिवारों को मिलाकर 5 लाख से अधिक रुपए की छती हुई है.वही मौके पर दमकल कर्मी की गाड़ियां एवं स्थानीय इस्माइलपुर थाना एवं ग्रामीणों ने आज को काबू कर लिया है.स्थानीय सरपंच मुरली राय ने बताया कि इस्माइलपुर प्रखंड में रोड की स्थिति काफी देनी है यहां हर साल इस मौसम में आग लग जाती है और दमकल की गाड़ियां पहुंचने में काफी मशक्कत करना पड़ता है बीते वर्ष भी आग लगी थी और उसमें करीब आधा दर्जन घर जल गया था वही मुवाजे के नाम पर खानापूर्ति करते हुए अंचलाधकारी महोदय ने ₹11 हजार देकर मामले को शांत करवाया था..
वहीं प्रखंड के जिला परिषद में बताया कि वह कई बार अपनी सड़क को लेकर मांगों को धरने पर बैठ चुके हैं लेकिन किसी न किसी बहाने से धरना को समाप्त करवा दिया जाता है और बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का हवाला देकर मामले को शांत करवा दिया जाता है. इस क्षेत्र में सरकार की नजर सिर्फ चुनाव के दौरान ही आती है सड़क को सिर्फ चुनावी मुद्दे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.वही पीड़ित परिवार की पहचान चमकलाल मंडल, रूपन मंडल ,मकून मंडल , गुलाबी मंडल एवं अन्य स्थानीय दुकानदारों के ही दुकान भी जले हैं.
वही शादी के घर में पीड़ित महिलाओं का परिवार रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है मौके पर co साहब अभी तक नहीं पहुंचे हैं.
वही ग्रामीणों से बातचीत करने के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय विधायक जदयू के गोपाल मंडल सिर्फ चुनाव के दौरान आते हैं और इस्माइलपुर प्रखंड को चुनावी मुद्दे के रूप में इस्तेमाल करते हैं.