लगातार सुर्खियों में रहने वाला बिहार शरीफ का एकमात्र आईएसओ प्रमाणित बिहार शरीफ अस्पताल सुर्खियों में है। बिहार शरीफ सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में 50 वर्षीय अधेड़ की मौत हो गई। दरअसल 13 जनवरी से अधेड़ रंजीत कुमार को इलाज के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रंजीत कुमार को गंभीर बीमारी की शिकायत थी। शुक्रवार को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती रंजीत कुमार सोने के क्रम में फर्श पर गिर गया।
कमजोरी होने के कारण वह उठ न सका। जिसके कारण फर्श पर काफी देर तक कड़ाके की ठंड में पड़ा रहा और उसकी कड़ाके की ठंड में तड़प तड़प कर मौत हो गई। हालांकि इस दौरान इमरजेंसी वार्ड में अन्य मरीज के परिजन या फिर अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा फर्स पर अधेड़ व्यक्ति को उठाने की तकलीफ नहीं की। जिसके कारण फर्श पर तड़प तड़प कर उसकी मौत हो गई। हालाकि डॉक्टर ठंड से मौत की बात को नकार रहे है। हालांकि सुबह ड्यूटी पर आए एक अन्य चिकित्सक ने मानवता दिखाते हुए फर्श पर पड़े हुए अधेड़ व्यक्ति को उठाकर डेट पर लिटाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी अब सवाल या उठना है की लचर सिस्टम का जिम्मेदार कौन है।फिलहाल रंजीत कुमार के किसी भी परिजन का पता नही चला है जिसके कारण लावारिश माना जा रहा है।