NEWSPR DESK- शिक्षा विभाग के बाद अब स्वास्थ विभाग भी अलर्ट हो गया है। आपको बता दे की मातृ-शिशु मृत्यु पर रोक लगाने को लेकर केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में प्रत्येक माह की नौ एवं 21 तारीख को सरकारी अस्पतालों में गर्भवतियों की विभिन्न प्रकार की जांच की जाती है।
मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ. बीपी सिन्हा ने सदर अस्पताल में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का निरीक्षण किया। इस दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रेखा कुमारी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिलाषा रानी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रूपा, जीएनएम अन्नू कुमारी, गुड़िया कुमारी एवं आशा कुमारी ड्यूटी से अनुपस्थित पाई गई।
सिविल सर्जन के निर्देश पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. राकेश कुमार ने डॉ. रेखा कुमारी, डॉ. अभिलाषा रानी, डॉ. रूपा, जीएनएम अन्नू कुमारी, गुड़िया कुमारी एवं आशा कुमारी से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही मंगलवार के वेतन को रोक कर दिया है।
इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रसव पूर्व जांच के दौरान उनलोगों के ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के कारण अस्पताल प्रशासन को मरीजों का कोपभाजन बनना पड़ा। यह मनमानी एवं लापरवाही है।