NEWSPR डेस्क। खबर बिहार के वैशाली से है। जहां 7 साल पुराने आचार संहिता उल्लंघन मामले में हाजीपुर कोर्ट में लालू यादव की पेशी हुई है। जातिसूचक विवादित बयान को लेकर लालू पर मुकदमा किया गया था। बता दें कि लालू पर लगे आरोप की पूछताछ के लिए हाजीपुर कोर्ट में लालू यादव को बुलाया गया था। वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में छोटे बेटे तेजस्वी के लिए लालू यादव वोट मांग रहे थे। जिस दौरान ही यह विवादित बयान दिया गया था।
लालू यादव के वकील से कोर्ट ने पूछा कि इस आरोप पर आपको क्या कहना है। तो लालू यादव ने आरोप को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल इवेंट के तहत ऐसा किया गया है। वहीं लालू यादव पर लगे आरोप के बाद पूरे गवाही और सबूत इकट्ठा करने के बाद हाजीपुर कोर्ट द्वारा लालू यादव को बुलाया गया था। लालू यादव इस मामले में हाजरी लगाकर, पूर्व में ही बेल ले चुके हैं।
लालू यादव हाजीपुर कोट पहुंचकर , इस मामले को लेकर बचाव पक्ष की ओर गए हैं। लालू यादव यादव से सवाल पूछना चाहा। तो उन्होंने एक लाइन में कहा कि अभी तबीयत ठीक नहीं है और निकल गए। हाजीपुर कोर्ट ने 11 फरवरी 2019 को संज्ञान लिया और लालू यादव को हाजिर होने के लिए नोटिस जारी किया था… लेकिन लालू यादव इस दौरान चारा घोटाले मामले में जेल में बंद थे।
18 अप्रैल 2022 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाजीपुर कोर्ट में पेश किया गया, और जमानत के लिए अर्जी लाया गया जिसके बाद हाजीपुर कोर्ट ने लालू यादव को जमानत दे दिया था।य़ लालू यादव को विवादित बयान के मामले में 7 साल बाद 10,000 के मुचलके पर कोर्ट ने 22 अप्रैल 2022 को जमानत मिल गई थी। वहीं आज पूरे मामले को सुनते हुए लालू यादव को सारे आरोपों से मुक्त कर के रिहाई दे दी गई है।
वैशाली से प्रिंस की रिपोर्ट