NEWSPR डेस्क। किशनगंज के ठाकुरगंज और पोठिया प्रखण्ड एवं सीमांचल के अन्य ज़िलों में पश्चिम बंगाल के रास्ते 7000 किलोमीटर का लम्बा सफर तय करके साउथ अफ्रीका का नैरोबी मक्खी पहुंच चुका है। नैरोबी मच्छर के काटने या बैठने से किशनगंज में काफी लोग प्रभावित हुए हैं। उनमें से कई लोग हॉस्पिटल में एडमिट भी हो चुके हैं।
सिविल सर्जन किशनगंज डॉ० कौशल किशोर प्रसाद ने बताया कि नैरोबी मक्खी के सटने से जलन पैदा होता है। जिसको ठंढे पानी से धोने से आराम मिलता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि रात को सोते समय मच्छड़दानी अवश्य लगाएँ और चूँकि नैरोबी मक्खी प्रकाश की ओर आकर्षित होता है। इसलिए अगर आप खुले में बैठते हैं तो लाइट ऑफ करदें या धीमी कर दें। वहीँ विधान पार्षद दिलीप जैसवाल ने कहा कि इस मक्खी के प्रकोप से लोगों के शरीर तथा स्वास्थ्य पर हानिकारक असर पड़ेगा इसलिए जिला प्रशासन की ओर से उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है।
किशनगंज से मसरूर रईस की रिपोर्ट