एक शिक्षक दो नाबालिग छात्राओं को लेकर फरार ,अब तक नहीं मिला कोई सुराग

Patna Desk

जानकारी के मुताबिक, 27 मई को कक्षा 9 में पढ़ने वाली दो छात्राएं अचानक लापता हो गईं। परिजनों ने छात्राओं की तलाश शुरू की और संदेह जताया कि स्कूल के ही शिक्षक हरिओम यादव इस मामले में शामिल हैं। शिकायत के बाद रसूलपुर थाने में केस दर्ज किया गया, लेकिन घटना के करीब दो सप्ताह बीतने के बावजूद तीनों का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।

परिजनों ने शिक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि हरिओम यादव ने छात्राओं को मोबाइल फोन उपलब्ध कराया और अक्सर स्कूल से बाहर ले जाकर बाजार में घूमाता था। जब इस पर सवाल किया जाता, तो वह कहता कि पढ़ाई से जुड़ी किसी जरूरत के लिए ले जा रहा है।

एक छात्रा के पिता ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को छत पर मोबाइल पर बात करते पकड़ लिया था। पूछताछ करने पर छात्रा ने बताया कि मोबाइल शिक्षक हरिओम ने दिया था, और उसकी एक सहेली को भी हरिओम मोबाइल देकर बात करता था।

परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने शिक्षक से सीधे बात की, तो हरिओम ने उल्टा उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। 17 मई को इसकी जानकारी स्कूल प्रिंसिपल को भी दी गई, लेकिन 10 दिन के भीतर ही वह दोनों छात्राओं के साथ गायब हो गया।

छात्रा की मां डोली देवी ने साफ तौर पर कहा है कि उनकी बेटी का अपहरण उसी स्कूल के शिक्षक ने किया है, जो बांका जिले के बॉसी का रहने वाला है। छात्रा द्वारा इस्तेमाल किया गया मोबाइल पुलिस को सौंपा जा चुका है।

पुलिस ने दी प्रतिक्रिया

भागलपुर एसएसपी हृदय कांत ने जानकारी दी कि आरोपी शिक्षक के घर पर छापेमारी की गई है और मोबाइल लोकेशन के जरिए उसे ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। एसएसपी के अनुसार, शिक्षक स्कूल के बाद छात्राओं को ट्यूशन भी पढ़ाता था, इसी दौरान उसके छात्राओं से नजदीकी बढ़ी और फिर वह उन्हें लेकर फरार हो गया।

शिक्षा विभाग का जवाब

इस घटना पर कहलगांव के प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बालदेव ठाकुर ने कहा कि यह मामला उनके कार्यभार संभालने से पहले का है। वह 31 मई को पदभार में आए हैं और तब से स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां चल रही हैं, इसलिए उन्हें पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है।

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