धर्मान्तरण शब्द हीं ऐसा है की या तो इसपर धार्मिक भावना को ठेस लगती है या सियासत होना तय है l हाल हीं में उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ करने के बाद अब इस मामले में सियासत भी शुरू हो गई है। उत्तरप्रदेश पुलिस ने जबरन धर्मांतरण कराने के मामले में दो आरोपियों मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को सोमवार को गिरफ्तार किया था। इसे मामले को सियासी रंग देते हुए आम आदमी पार्टी भी मैदान में सामने आ गई है। आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खाने ने दो आरोपियों की गिरफ्तारी को संवैधानिक अधिकारों पर हमला बताया है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने ट्वीट करके कहा है कि भाजपा देश के अल्पसंख्यकों और दलितों पर जुल्म करने से नहीं चूक रही है। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश एटीएस ने उमर गौतम और मुफ्ती जहांगीर साहब को गिरफ्तार करके हमारे संवैधानिक अधिकारों पर हमला किया है। आर्टिकल 25 और 21 में हमें अपने धर्म के प्रचार-प्रसार के साथ ही किसी भी धर्म का पालन करने का अधिकार दिया गया है।
अमानतुल्लाह खान ने एक अन्य ट्वीट में यह भी कहा है कि उत्तरप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह साजिश रची जा रही है। भाजपा गैर संवैधानिक तरीके से साम-दाम-दंड-भेद की नीति अपना कर चुनाव में अपनी नैया पार लगाना चाहती है। योगी सरकार कानून और संविधान का गलत तरीके से इस्तेमाल बंद करके गिरफ्तार लोगों को जल्द रिहा करना चाहिए
उत्तरप्रदेश के नोएडा में धर्मांतरण कराने वाले रैकेट का पर्दाफाश होने पर पुलिस ने कई अहम खुलासे किए हैं। पुलिस के मुताबिक इस रैकेट को कई मुस्लिम देशों से फंडिंग मिल रही थी और रैकेट में मौजूद लोग मूक बधिर बच्चों और महिलाओँ का धर्म परिवर्तन करा रहा था। कई बच्चों के माता-पिता ने भी कहा कि उनके बच्चे हिंदू धर्म में आस्था खोते जा रहे थे और उनका ब्रैन वॉश किया जा रहा था। पुलिस अब इस मामले में गहराई से जांच कर रही है