बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक करीब 18 मिनट तक चली, जिसे बेहद गोपनीय और अहम माना जा रहा है। चर्चा है कि इस मुलाकात में आगामी चुनाव को लेकर कई रणनीतिक मुद्दों पर बात हुई।
बंद कमरे में हुई रणनीतिक चर्चा
दिल्ली और पटना के सियासी गलियारों में यह सवाल गूंज रहा है कि इस मुलाकात के पीछे क्या मकसद था। सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह और नीतीश कुमार के बीच सीट बंटवारे, प्रचार अभियान और गठबंधन के सामंजस्य को लेकर चर्चा हुई। हालांकि, बैठक का आधिकारिक विवरण सामने नहीं आया है।
तीन दिन के बिहार दौरे पर अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस समय तीन दिन के बिहार दौरे पर हैं। वे 18 अक्टूबर तक राज्य में रहेंगे और कई चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। आज मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद शाह छपरा के तरैया मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे, जिससे एनडीए के चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत मानी जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि शाह इस दौरे के दौरान चुनाव की अगली चरणवार रणनीति की समीक्षा करेंगे और संगठन को महत्वपूर्ण चुनावी संदेश देंगे।
सीएम फेस पर शाह का बयान — “नीतीश ही रहेंगे चेहरा”
मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही अटकलों पर अमित शाह ने स्थिति साफ कर दी है। एक न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा,
“एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार चुनाव लड़ रहा है। नीतीश पर न केवल बीजेपी बल्कि बिहार की जनता का भी पूरा भरोसा है। चुनाव के बाद मुख्यमंत्री का फैसला विधायक दल करेगा।”
इस बयान से साफ हो गया कि बीजेपी फिलहाल नीतीश कुमार को ही गठबंधन का चेहरा बनाए रखेगी।
बीजेपी की तैयारियां पूरी — 101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी पार्टी
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी बिहार की 101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सभी प्रत्याशियों के नाम लगभग तय किए जा चुके हैं। इसके अलावा पार्टी ने 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी तैयार कर ली है। इस सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, नितिन गडकरी, हिमंत बिस्वा सरमा के साथ-साथ भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह जैसे बड़े नाम शामिल हैं।