अंधविश्वास का प्रकोप: कोरोना को माना बाबा का अवतार, इस बस्ती मे टीकाकरण करने से किया मना

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR DESK- दुनिया में हर चीज का इलाज है लेकिन अंधविश्वास का कोई इलाज नहीं है इस कोरोना महामारी में कई जाने जा रही हैं आपको बता दें कि लगातार सरकार से लेकर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि तक रोना के टीके को लेकर जागरूक कर रहे हैं लेकिन इसका असर कैमूर जिले के मोहनिया के महादलित बस्ती में होता हुआ नहीं दिख रहा है महादलित बस्ती के लोग करो ना को बाबा का अवतार मान रहे हैं और कहते हैं कि इसको मारना नहीं है बल्कि धार देने से कोरोना होता है यही नहीं लोगों ने कोरोना का टिकाकरण का भी बहिष्कार कर दिया है.

मोहनिया प्रखंड के वार्ड नंबर 11 के महादलित बस्ती में टीकाकरण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची थी महादलित बस्ती के 11 घरों में जाकर के विकास मंत्री, आशा, आंगनबाड़ी सेविका द्वारा लोगों को टीकाकरण कराने के लिए महादलित बस्ती में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर जाने की बात कही इसके बावजूद टीकाकरण के लिए लोग नहीं आए कई लोग तो कोरोना का टीका लगने के बाद कुछ लोग के मरने की बात सामने आई जिससे महादलित बस्ती ने इंकार कर दिया और कुछ लोगों ने कोरोना को भगवान के अवतार बाबा बता रहे हैं इन लोगों ने कहा कि बाबा को मारेंगे नहीं बल्कि धार देने से ठीक हो जाएगा कोरोना.

स्वास्थ विभाग की टीम 30 वायर लेकर महादलित बस्ती पहुंची थी उनके बहुत प्रयास के बाद सिर्फ एक वायल ही टीका का खुल पाया और उसे वायल में मात्र 10 लोगों को मुश्किल से टीका दिला पाया बाकी टीम वापस लौट गए टीकाकरण टीम में शामिल एएनएम ने बताया हम लोग टीकाकरण के लिए 30 फाइल लेकर आए थे लेकिन यहां लोग टीकाकरण करने से मना कर दिया.

Share This Article