कैमूर, भगवानपुर पंचायत के पूर्व मुखिया गब्बर मियां को बीते गुरुवार की तड़के सुबह पशु तस्करों द्वारा पिकअप व बोलेरो समेत दो चारपहिया वाहनों से रौंदने की कोशिश करने के मामले में प्रभारी थानाध्यक्ष सुनील कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त स्थानीय थाना क्षेत्र के टोड़ी गांव निवासी इमामु मियां पिता स्व. खलील मियां बताया गया है।
गौरतलब है कि बीते गुरुवार को भगवानपुर पंचायत के पूर्व मुखिया गब्बर मियां मॉर्निंग वॉक के बाद स्थानीय थाना चौक के मुंडेश्वरी गेट के निकट लगाए गए फुटपाथी दुकान पर आमजनों के साथ चाय पी रहे थें, तभी बोलेरो व पिकअप पर सवार करीब 10 पशु तस्करों द्वारा उन्हें उक्त दोनों वाहनों से रौंदने की कोशिश करनी की कोशिश की गई थी। हालांकि पूर्व मुखिया ने खतरे को ससमय भांपते हुए बगल में हीं बने यात्री चबूतरे पर आनन-फानन में चढ़कर खुद की जान बचाने में सफल रहे थें। यही नहीं बल्कि प्रत्यक्षदर्शियों से प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार उस दौरान चौराहे पर चाय पीने व सुबह-सुबह टहलने वाले लोगों में भी अफ़रा-तफ़री मच गई थी, लोग तस्करों के वाहनों के चपेट में आने के भय से थाना चौराहे के अलग-अलग हिस्सों में भागते नजर आए थे। तीव्र गति के वजह से पशु तस्करों के वाहन कुछ इस कदर अनियंत्रित हो गए थे, कि पूर्व मुखिया को रौंदने की कोशिश जैसे मंसूबे पर पानी फिरने के बाद भागने के क्रम में पशु तस्करों ने अपने वाहनों से सड़क के किनारे खड़े कई सवारी वाहनों में भी टक्कर मारे।
इससे पहले कि चौराहे पर खड़े लोग कुछ समझ पाते, पशु तस्कर भभुआ व मुंडेश्वरी पथ के माध्यम से अपने वाहनों को लेकर नौ दो ग्यारह हो चके थें। इस घटना के तत्काल बाद पूर्व मुखिया गब्बर मियां अपने समर्थकों व प्रत्यक्षदर्शियों को लेकर थाने पहुंचे तथा पुलिस को आवेदन देकर टोड़ी गांव निवासी इमामु मियां व उनके चार पुत्र क्रमशः नवाजु मियां, लड्डू मियां, लड्डन मियां, व नुरु मियां तथा अज्ञात समेत करीब 10 लोगों के विरुद्ध उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई एवं आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने की उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई। इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि रविवार की अहले सुन्नत करीब 4 बजे इस मामले के नामजद अभियुक्त इमामु मियां को अधौरा पहाड़ी चढ़ाई वाले हिस्से में स्थित वनसत्ती देवी घाटी में वन विभाग द्वारा बनाए गए चेकपोस्ट के निकट से गिरफ्तार करते हुए आवश्यक कागजी कार्रवाई करते हुए उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि शेष सभी अभियुक्तों के गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।