बिहार विधानसभा चुनाव की गर्म होती सियासत के बीच इस बार छठ महापर्व का उत्सव भी पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इसी अवसर को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है — अक्टूबर महीने का वेतन सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को तय समय से पहले देने का आदेश जारी किया गया है। वित्त विभाग ने 21 अक्टूबर 2025 से वेतन वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
आमतौर पर कर्मचारियों को वेतन हर माह के अंतिम दिन तक मिलता है, लेकिन छठ पर्व और विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस बार अग्रिम भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। यह लगातार दूसरा महीना है जब राज्य सरकार ने त्योहारों को ध्यान में रखते हुए समयपूर्व वेतन जारी किया है। पिछले महीने भी दुर्गा पूजा और दशहरा के अवसर पर ऐसा ही कदम उठाया गया था।
वित्त विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि सामान्य रूप से वेतन का भुगतान माह के अंतिम कार्य दिवस पर किया जाता है, लेकिन छठ महापर्व (25 से 28 अक्टूबर) और विधानसभा चुनाव के पहले चरण (6 नवंबर) को देखते हुए इसे 21 अक्टूबर से भुगतान करने का निर्देश दिया गया है।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि यह निर्णय बिहार कोषागार संहिता 2011 के नियम 141 के अनुरूप और भारत निर्वाचन आयोग की अनापत्ति प्राप्त करने के बाद लिया गया है। सभी विभागाध्यक्षों, जिला स्तरीय अधिकारियों, कोषागार अधिकारियों और स्थानीय आयुक्तों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
इस वर्ष छठ महापर्व का कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा —
- 25 अक्टूबर: नहाय-खाय
- 26 अक्टूबर: खरना
- 27 अक्टूबर: डूबते सूर्य को अर्घ्य
- 28 अक्टूबर: उगते सूर्य को अर्घ्य और पर्व का समापन
सरकार के इस निर्णय से लाखों सरकारी कर्मचारियों को त्योहार के दौरान आर्थिक राहत मिलेगी और वे परिवार के साथ पूरे श्रद्धा और उल्लास से छठ महापर्व मना सकेंगे।