भागलपुर के तिलकामांझी विश्वविद्यालय में बाढ़ का पानी लगातार प्रवेश कर रहा है जिससे छात्रों, कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। परिसर में आवागमन का एकमात्र साधन अब नाव बन गया है।
विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के हेड से लेकर कर्मचारी और जरूरी कार्य के लिए आने वाले छात्र सभी नाव के सहारे ही आ-जा रहे हैं। कागजात लेने, प्रशासनिक कार्य करने और रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए लोग पानी के तेज बहाव के बीच जोखिम उठाकर नाव से यात्रा करने को मजबूर हैं। हालात यह हैं कि पूरा विश्वविद्यालय मानो बाढ़ के बीच एक टापू में बदल गया है।