भागलपुर का जर्दालु आम बना अंतरराष्ट्रीय पहचान का प्रतीक, स्वाद और सुगंध से करता है सबको मंत्रमुग्ध

Patna Desk

बिहार में जैसे ही आम का मौसम आता है, बाजारों से लेकर लोगों के दिलों तक इसकी मिठास फैल जाती है। खासकर भागलपुर जिले का जर्दालु आम इस मौसम में चर्चा का केंद्र बन जाता है। इसकी सुगंध, स्वाद और खास बनावट ने न सिर्फ देश में, बल्कि विदेशों में भी इसे एक खास पहचान दिला दी है।

कभी सड़क किनारे बिकता था, अब विदेशों में चमक बिखेर रहा है
वो दौर भी था जब जर्दालु आम सड़क किनारे डलिया में बिकता था, लेकिन आज वही आम बड़े-बड़े शोरूम, मॉल और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में शान से जगह बना चुका है। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों तक जर्दालु आम की मीठी खुशबू पहुंच चुकी है।

भागलपुर की मिट्टी का खास तोहफा
हालांकि जर्दालु आम की खेती बिहार के अन्य क्षेत्रों में भी होती है, लेकिन भागलपुर की उपज को विशिष्ट दर्जा प्राप्त है। इसका स्वाद इतना खास है कि हर साल इसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य विशिष्ट हस्तियों को भी उपहार स्वरूप भेजा जाता है।

अनोखा स्वाद, वैज्ञानिकों की मुहर
कुछ वर्ष पहले कृषि विभाग और कृषि विश्वविद्यालय द्वारा जर्दालु आम पर विशेष रिसर्च की गई थी। इस परीक्षण में पाया गया कि इस आम की बनावट, महक और स्वाद अन्य आमों से बिल्कुल अलग है। इसके बाद आत्मा परियोजना और वैज्ञानिकों ने इस पर काम शुरू किया और अंततः जर्दालु आम को जीआई टैग भी मिल गया।

शुगर मरीजों के लिए फायदेमंद
इस आम की एक और खासियत यह है कि वैज्ञानिक शोधों में यह बात सामने आई है कि जर्दालु आम शुगर मरीजों के लिए अपेक्षाकृत सुरक्षित हो सकता है। यही कारण है कि आम खाने से परहेज़ करने वाले भी इस किस्म को पसंद करते हैं।

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