आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखने के उद्देश्य से जिले में सघन वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है।
जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर जिले में कुल 23 चेकपोस्ट बनाए गए हैं, जिन पर सीसीटीवी कैमरों के जरिए लगातार निगरानी रखी जा रही है। प्रत्येक चेकपोस्ट पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की गई है ताकि अवैध गतिविधियों या संदिग्ध वस्तुओं का आवागमन रोका जा सके।
🚨 दो अधिकारी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए
निरीक्षण के दौरान दो अधिकारी अपने ड्यूटी स्थल से अनुपस्थित पाए गए। मामला गंभीर मानते हुए जिलाधिकारी ने दोनों का वेतन भुगतान अगले आदेश तक रोक दिया है और उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।
पहला मामला कांटी विधानसभा क्षेत्र के बैरिया गोलंबर चेकपोस्ट का है, जहां दंडाधिकारी के रूप में तैनात अंकित कुमार (कनीय अभियंता, पथ निर्माण विभाग) 15 अक्टूबर को अनुपस्थित मिले।
दूसरा मामला मीनापुर विधानसभा क्षेत्र के करचोलिया सीमावर्ती चेकपोस्ट का है, जहां तैनात रंजय कुमार (कनीय अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग) भी ड्यूटी से गायब थे।
🛑 24 घंटे सक्रिय हैं सभी चेकपोस्ट
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिले के सभी चेकपोस्ट 24×7 सक्रिय रखे गए हैं। इनका उद्देश्य है — अवैध शराब, हथियार, नगदी, नशीले पदार्थ या किसी भी आपत्तिजनक सामग्री के परिवहन पर पूरी तरह नियंत्रण रखना। प्रशासनिक अधिकारी लगातार इन चेकपोस्टों का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो।
⚖️ डीएम ने दी सख्त चेतावनी
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने अनुपस्थित अधिकारियों के रवैये को गंभीर अनुशासनहीनता करार दिया। उन्होंने कहा —
“चुनाव कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी अधिकारी या कर्मी कर्तव्य में कोताही बरतेगा, उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
🗳️ प्रशासन का फोकस पारदर्शिता और सुरक्षा पर
डीएम सेन ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे टीमवर्क की भावना से, पूर्ण निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य सिर्फ मतदान संपन्न कराना नहीं, बल्कि चुनाव प्रक्रिया के हर चरण में पारदर्शिता और कानून-व्यवस्था बनाए रखना भी है।