NEWSPR डेस्क। बिहार की राजनीति में एक नया इतिहास रचते हुए नीतीश कुमार ने दो दशक में सातवीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की है, लेकिन इस बार उनके ‘सरकारी साथी’ सुशील कुमार मोदी को नई कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है. अब तक बिहार के डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी निभा रहे भाजपा के दिग्गज नेता को लेकर कयासों को दौर जारी है. इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने सुशील मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा में हम कार्यकर्ता हैं और ये हमारा सौभाग्य है. हमें जो भी दायित्व दिया जाता है, उसे पूरी निष्ठा से निभाते हैं.
नीतीश पर ये बोले राधा मोहन
इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने नीतीश कुमार को लेकर भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार का भविष्य सुरक्षित हाथों में है. राज्य नीतीश कुमार के नेतृत्व में और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में विकास करेगा.
नीतीश ने सुशील मोदी पर दिया था ये बयान
मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने 7वीं बार पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद कहा था कि सुशील कुमार मोदी को डिप्टी सीएम नहीं बनाने का फैसला बीजेपी का है. यह सवाल उनसे पूछा जाना चाहिए. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की जनता के फैसले के अनुसार राज्य में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनी है. अब हमें एक साथ मिलकर फिर से बिहार की जनता के लिए काम करना है.
मंत्रिमंडल का बदला चेहरा
बहरहाल, इस बार नीतीश मंत्रिमंडल का चेहरा पूरी तरह बदल गया. पटना साहिब से बीजेपी की ओर से जीतकर आए नंदकिशोर यादव इस बार सदन का संचालन करेंगे. वे विधानसभा अध्यक्ष का पद संभालेंगे. एनडीए की इस सरकार में दो डिप्टी सीएम होंगे. नीतीश समेत कुल 15 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. इस बार मंत्रिमंडल में मंत्री पद के रूप में शपथ लेने वाले प्रमुख चेहरों में कटिहार से चौथी बार विधायक बने तारकिशोर प्रसाद, बेतिया से चौथी बार चुनाव जीतीं रेणु देवी, सरायरंजन से जीतकर आए विजय चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, अशोक चौधरी, तारापुर सीट से दूसरी बार लगातार जीतकर आए मेवालाल चौधरी, फुलपरास से पहली बार जीतकर आई जेडीयू की विधायक शीला कुमारी, विकासशील इनसान पार्टी (वीआईपी) के मुकेश सहनी, पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे बीजेपी के मंगल पांडेय, आरा से चौथी बार विधायक चुने गए अमरेंद्र प्रताप सिंह और राजनगर से चुनाव जीतकर आए रामप्रीत पासवान हैं. इस बार भाजपा से सात, जेडीयू से पांच, हम और वीआईपी से एक-एक मंत्री बना है.