‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान शहीद हुए बीएसएफ सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवार को ढांढस बंधाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को सारण जिले के छपरा स्थित नारायणपुर गांव जाएंगे ।
मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से 21 लाख और मुख्यमंत्री राहत कोष से 29 लाख रुपये, कुल 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे ।नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर भी शहीद को श्रद्धांजलि दी और लिखा कि वे इस दर्दनाक घटना से बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा कि देश हमेशा शहीद मोहम्मद इम्तियाज की बहादुरी और बलिदान को याद रखेगा।10 मई को जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर 12 मई को उनके पैतृक गांव लाया गया, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद के पुत्र इमरान रजा ने कहा कि उनके पिता एक निडर और मजबूत इंसान थे। उन्होंने बताया कि आखिरी बार 10 मई की सुबह 5:30 बजे उनकी बात हुई थी, जब ड्रोन हमले में उनके पिता के पैर में चोट लगी थी। इमरान ने सरकार से मांग की कि पाकिस्तान को सख्त जवाब दिया जाए ताकि किसी और बेटे को अपने पिता को इस तरह खोना न पड़े।शहीद इम्तियाज की पत्नी शाहनाज अजीम एक गृहिणी हैं। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। बड़ा बेटा इमरान रजा पटना के पीएमसीएच में बायोमेडिकल इंजीनियर के रूप में कार्यरत है, जबकि छोटा बेटा इमदाद रजा दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा है। दोनों बेटियों, बेनजीर खातून और फरीदा खातून की शादी हो चुकी है।