कर्नाटक के विजयनगर जिले में साइबर अपराध का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां हैकर्स ने बल्लारी जिला सहकारी केंद्रीय (बीडीसीसी) बैंक के आरटीजीएस/एनईएफटी सिस्टम को हैक कर 2.34 करोड़ रुपये उड़ा लिए। हैकर्स ने बैंक द्वारा आईडीबीआई बैंक में किए जा रहे फंड ट्रांसफर के दौरान उत्पन्न XML फाइलों में हेरफेर कर दी। उन्होंने खातों से जुड़े अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड को बदल दिया, जबकि लाभार्थी का नाम जस का तस रखा।इस धोखाधड़ी के कारण ट्रांसफर की गई राशि वास्तविक खाताधारकों तक न पहुंचकर भारत के उत्तरी राज्यों में 25 अलग-अलग खातों में चली गई।
बैंक को 13 जनवरी को इस फर्जीवाड़े का पता तब चला, जब 10 जनवरी को किए गए ट्रांसफर ग्राहकों के खातों में नहीं पहुंचे।घटना की गंभीरता को देखते हुए बैंक ने अपनी आरटीजीएस/एनईएफटी सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आईटी अधिनियम और बैंकिंग नियमों के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि वे यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि हैकर्स ने यह जटिल योजना कैसे बनाई और चुराई गई रकम कहां भेजी गई।इस घटना ने साइबर सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि तकनीकी विकास के साथ-साथ साइबर अपराध भी नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं।