मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र में 70 वर्षीय शंकर पासवान की पीट-पीटकर हत्या के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। शनिवार शाम हुई इस दर्दनाक घटना ने अब राजनीतिक रंग भी ले लिया है। मामले में अब सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच बयानबाजी तेज हो गई है।
चिराग पासवान ने उठाए सवाल
एलजेपी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस घटना को लेकर एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए राजद पर निशाना साधा।
चिराग ने लिखा कि “राजद समर्थकों द्वारा शंकर पासवान की निर्मम हत्या की गई है,” और इसे चुनावी रंजिश से जुड़ा हुआ बताया। उन्होंने कहा कि यह घटना “जंगलराज की मानसिकता” को दर्शाती है।
चिराग ने प्रशासन से दोषियों की पहचान कर जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही अपनी पार्टी के सांसदों, पदाधिकारियों और स्थानीय प्रत्याशी को पीड़ित परिवार से मिलने और जांच में सहयोग करने के निर्देश दिए हैं।
परिवार ने बताया — पेड़ से पत्ता तोड़ने को लेकर हुआ विवाद
हालांकि, स्थानीय स्तर पर जो प्रारंभिक जानकारी सामने आई है, वह राजनीतिक दावे से अलग है।
शंकर पासवान की बहू ने पुलिस को बताया कि विवाद की शुरुआत मवेशियों के लिए पेड़ से पत्ता तोड़ने को लेकर हुई थी। उन्होंने बताया कि जलेबी के पेड़ से एक लड़की पत्ता तोड़ रही थी, जिसे शंकर पासवान ने मना किया। इसी बात पर आरोपी रमेश राय के परिजन नाराज हो गए और उन्होंने शंकर पासवान की पिटाई कर दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
चुनावी दिन भी हुआ था विवाद
परिजनों के अनुसार, शंकर पासवान के घर तक जाने वाला रास्ता आरोपी की जमीन से होकर गुजरता है। चुनाव के दिन दोनों पक्षों में पहले भी कहासुनी हुई थी, जिसका तनाव शनिवार को हिंसक झगड़े में बदल गया।
पुलिस कर रही जांच
फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है। अधिकारियों ने बताया कि पूरे घटनाक्रम को निष्पक्ष रूप से देखा जा रहा है और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने चुनावी माहौल में सियासी तापमान बढ़ा दिया है, जबकि गांव में तनाव और सन्नाटा अब भी कायम है।