कैमूर,उचित मुआवजा की मांग को लेकर किसानों ने वृहस्पतिवार को अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा। किसान लगातार 130 वां दिन अनिश्चितकालीन धरना पर जमे रहे। भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य के लिए एन एच ई आई से अधिकृत पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप स्थल मसोई पर धरना में शामिल विमलेश पांडेय अध्यक्ष किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर ने किसान आंदोलन की उपेक्षा करने पर सरकार को चेताया। उन्होंने ने कहा सरकार भूमि अधिग्रहण में उचित मुआवजा की घोषणा नहीं करती है तो एक इंच सड़क निर्माण या एक्सप्रेस-वे का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। अध्यक्ष ने किसान आंदोलन की अनदेखी करने पर बिहार सरकार को चेतावनी दी। उन्होंने ने कहा पिछले 130 दिन से किसान अनिश्चितकालीन धरना पर शांतिपूर्ण बैठे हुए हैं सरकार का कोई प्रतिनिधि किसानों से बात करना आवश्यक नहीं समझा। अध्यक्ष ने कहा किसान शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों के धर्य का बांध टुट जाएगा तो कैमूर में अराजकता फैल जाएगी। विमलेश पांडेय ने कहा कैमूर जिले में कानून व्यवस्था बिगड़ने की जिम्मेदारी सरकार की होगी।
अनिश्चितकालीन धरना में लाला सिंह वकील सिंह अवधेश सिंह विकास उपाध्याय संजय जायसवाल आदि दर्जनों किसान शामिल हुए। भारत माला परियोजना एक्सप्रेस-वे निर्माण एवं एन एच 219 बाईपास एवं चौरी करण के लिए किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की गई है। किसानों को 2013 सर्किल रेट के आधार पर मुआवजा दिया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण में किसानों की उपजाऊ एवं बहुफसली भूमि अधिग्रहण की गई है। किसानों को बाजार मूल्य से बहुत ही कम मुआवजा दिया जा रहा है।कम मुआवजा को लेकर किसानों पिछले ढाई साल से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। खबर लिखे जाने तक किसानों की समस्याओं को दूर करने का सरकार के द्वारा ठोस पहल नहीं किया गया है। किसानों की जबरदस्त विरोध के चलते एक्सप्रेस-वे निर्माण बाधित है। सरकार की अड़ियल रवैए से किसानों में आक्रोश बढ़ रहा है। कैमूर जिले में 90% किसान है। सरकार ने मुआवजा का उचित समाधान नहीं निकालेगी तो आंदोलन उग्र रूप ले सकता है।