पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी कैलाश मानसरोवर यात्रा के दूसरे जत्थे के साथ तिब्बत पहुंची थीं, जहां एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में वह घोड़े से गिर गईं। यह हादसा दारचिन इलाके में हुआ, जहां उनकी कमर में गंभीर चोट आई है। प्राथमिक जांच के बाद रीढ़ की हड्डी में चोट की पुष्टि हुई है।चोट की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने उन्हें तुरंत भारत वापस लाने का निर्णय लिया है।
पिथौरागढ़ प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन की पूरी तैयारी कर ली है। योजना के तहत, लेखी को तिब्बत से लिपुलेख तक वाहन से लाया जाएगा। इसके बाद स्टेचर या अन्य माध्यमों से उन्हें पैदल नाभीढांग तक लाया जाएगा, जहां से हेलीकॉप्टर के जरिए देहरादून भेजा जाएगा।फिलहाल सीमांत इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण रेस्क्यू में मौसम बड़ी चुनौती बन सकता है। यदि मौसम अनुकूल रहा तो हेलीकॉप्टर उड़ान भर पाएगा और लेखी को समय रहते देहरादून पहुंचाया जा सकेगा।ज्ञात हो कि मीनाक्षी लेखी इस यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित थीं और इसे अपने जीवन का सौभाग्यपूर्ण अवसर मान रही थीं। लेकिन तिब्बत में शिवधाम की ओर बढ़ते समय अचानक हुई इस दुर्घटना के चलते उन्हें यात्रा अधूरी छोड़नी पड़ रही है।अब सभी की निगाहें मौसम और रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर टिकी हैं। प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ लेखी को सुरक्षित भारत वापस लाने में जुटा हुआ है।