NEWSPR डेस्क। आज राजगीर में रत्नागिरी पर्वत पर स्थित विश्व शांति स्तूप का 52 वां वर्षगांठ समारोह धूम धाम से मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान परिवेश में पूरा विश्व आपदाओं से जूझ रहा और ऐसे में भगवान बुद्ध द्वारा बताए गए मार्गों और उनके संदेशो को आत्मसात करने की जरूरत है। राज्यपाल ने पटना से राजगीर तक सड़क मार्ग से अपने आगमन को लेकर पीड़ा जताई और कहा कि सड़क मार्ग से आने से उनकी हालत खराब हो गई। जिसके बाद आनन-फानन में खराब सड़क के गड्ढों को भरने का काम चालू कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध में इसी शांति स्तूप से पूरे विश्व को और सत्य और करुणा का संदेश दिया। इस अवसर पर राजयपाल को विश्वशांति स्तूप के मुख्य पुजारी टी ओकोनोगी ने प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में महाबोधी टेंपल गया के मुख्य पुजारी भिक्षु चालिन्दा के अलावे कई विदेशी मेहमान मौजूद थे।
दरअसल 2019 में विश्व शांति स्तूप के 50 वीं वर्षगांठ पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हिस्सा लिया था।उसके बाद कोविड- के कारण 2020 में समारोह आयोजित नहीं किए गए थे बल्कि पूजा-पाठ की औपचारिकताएं पूरी की गई थी। मगर इस बार लोगों में विश्व शांति स्तूप के वर्षगांठ को लेकर खासा उत्साह दिखा। हालांकि बिहार के राज्यपाल फग्गू चौहान ने राजगीर जाने के क्रम में खराब सड़कों को लेकर अपना पीड़ा भी जाहिर किया। जिसके बाद आनन-फानन में खराब सड़क के गड्ढों को भरने का काम चालू कर दिया गया।
ऋषिकेश संवादाता नालंदा