राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की तीव्र आलोचना करते हुए पाकिस्तान को कठोर शब्दों में आड़े हाथों लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की सहिष्णुता को उसकी कमजोरी समझने की भूल न की जाए। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति “सर्वे भवन्तु सुखिनः” का संदेश देती है, लेकिन अन्याय के खिलाफ मौन रहना धर्म नहीं होता।बिहार के नवादा ज़िले के हिसुआ स्थित टीएस कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने ये बातें कहीं।
इस आयोजन में कांग्रेस विधायक नीतू सिंह, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति एस.पी. शाही, नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित थे।राज्यपाल के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और कॉलेज परिसर को विशेष रूप से सजाया गया था। कार्यक्रम के दौरान दो महत्वपूर्ण पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया, जिससे नवादा को शैक्षणिक जगत में एक नई पहचान मिली। अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि ज्ञान, परंपरा और संवाद ही लोकतांत्रिक व्यवस्था की मूल आत्मा हैं।