बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव 2024 में अपने संबोधन के दौरान जयपुर और हिमाचल प्रदेश के कुछ साहित्य उत्सवों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इन आयोजनों में अक्सर देशविरोधी विचारधाराओं के लोग जुटते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जयपुर साहित्य महोत्सव का एक अलग प्रकार का स्थान है, जहाँ ऐसी विचारधाराओं के लोग एकत्र होते हैं जो भारत विरोधी होती हैं।
इसी तरह, हिमाचल प्रदेश के सोनम क्षेत्र में भी ऐसा ही एक फेस्टिवल आयोजित होता है।राज्यपाल ने इस अवसर पर चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव की प्रशंसा की, जिसमें राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकार और विचारक भाग ले रहे हैं। उन्होंने इस प्रकार के आयोजनों की महत्ता पर जोर दिया, जो समाज को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने का कार्य करते हैं। साथ ही, उन्होंने हिंदी के साथ-साथ अन्य भाषाओं को भी इस तरह के आयोजनों में शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया।इस अवसर पर दरभंगा राज परिवार के कपिलेश्वर सिंह और आरएसएस के प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ठाकुर समेत कई प्रमुख व्यक्तित्व भी मौजूद थे।