NEWSPR DESK PATNA– पटना पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जहाँ होटल कारोबारी शकील मलिक हत्या मामले में पुलिस ने मुख्य सरगना डिडिया को गिरफ्तार कर लिया है। डिडिया की गिरफ़्तारी दुरूखी गली (डिडिया के घर) से हुई है।
आपको बता दे की बीते 20 अक्टूबर को पीरबहोर थाना क्षेत्र के कुतुबुद्दीन लेन में शाम करीब 3:30 बजे बाइक सवार अपराधियों ने होटल कारोबारी शकील मलिक को रास्ते में रोककर गोलियों से छननी कर दिया था। जिसके बाद लगातार पुलिस छापेमारी कर रही थी। वही डिडिया भी लगातार अपना लोकेशन बदल रहा था। जिसके बाद पुलिस को एक सूचना मिली सूचना के आलोक में पुलिस ने बोरिंग रोड में भी छापेमारी की लेकिन डिडिया हाथ नहीं आया।
हालांकि पुलिस डिडिया को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी। वही पुलिस को गुप्त सुचना मिली की डिडिया अपने घर में अपने परिवार से मिलने आया है। जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दुरूखी गली स्थित घर से डिडिया को गिरफ्तार कर लिया है। जब इस मामले में पुलिस ने डिडिया से पूछताछ की तो डिडिया ने बताया की जिस जमीन को मृतक ने ख़रीदा था उसे मै (डिडिया) खरीदने वाला था। और कई बार मृतक और डिडिया में जमीन को लेकर बहस भी हुई थी। जब डिडिया को जमीन नहीं मिली थो उसने मृतक से 20 लाख की रंगदारी ले मांगी। जब मृतक ने 20 लाख रूपये देने में असमर्थ जताया और मृतक 20 लाख की जगह 5 लाख देने को तैयार भी हो गया था। लेकिन डिडिया नहीं माना और कहा की चाहे 20 लाख दो या जमीन दो नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना।
आपको बता दें की शकील मलिक को पांच गोलियां मारी गई थी. जिनकी पहचान दरियापुर निवासी शकील मलिक के रूप में हुई थी और वह मूल रूप से जहानाबाद के टेहटा के भगवारा के रहने वाले थे. होटल कारोबारी शकील मलिक की हत्या के मामले में उनके बड़े भाई अरमान मलिक के बयान पर पीरबहोर थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। अरमान मलिक के बयान पर सब्जीबाग के रहने वाले कुख्यात डिडिया, उसके भाई समेत पांच छह अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है। वही सूत्रों की माने तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया है बल्कि डिडिया खुद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है.
डिडिया का भाई समेत तीन थे हिरासत में, चल रही थी पूछताछ
इधर पीरबहोर थाने की पुलिस डिडिया की तलाश में दुरूखी गली स्थित उसके घर पर छापेमारी भी की थी। जिसमे पुलिस ने डिडिया के भाई को हिरासत में कर पूछताछ भी कर रही थी। वहीं पुलिस की एक टीम डिडिया के फुलवारीशरीफ स्थित ठिकाने पर भी छापेमारी की। वही इधर जांच टीम को एक सीसीटीवी फुटेज मिला था। फुटेज में तीन लोग कुतुबुद्दीन लेन में घटना को अंजाम देने के बाद भागते हुए नजर आ रहे थे। तीनों की पहचान पुलिस कर रही है।
रूमी मलिक की हत्या की जानकारी भी पुलिस को नहीं, केस तक दर्ज नहीं हुआ
4 जून 2023 को कुख्यात रूमी मलिक को सब्जीबाग में गोली मार दी गई थी। रूमी को कंकड़बाग स्थित निजी अस्पताल में इलाज के दौरान जुलाई में मौत हो गई थी। रूमी को डिडिया ने ही गोली मारी थी। रूमी 2018 में कोतवाली के पास हुए तबरेज उर्फ तब्बु की हत्या में शामिल था लेकिन वह फरार चल रहा था। तब कोतवाली पुलिस कंकड़बाग स्थित अस्पताल भी गई थी और बयान जारी की थी कि रूमी के ठीक होने के बाद उसे गिरफ्तार किया जाएगा। हालांकि इस मामले में पीरबहोर थाने में केस दर्ज नहीं हुआ था। तब रूमी के परिजनों ने केस दर्ज नहीं कराया था और पुलिस भी अपनी तरफ से पहल नहीं की थी। नतीजा यह हुआ कि देखते ही देखते डिडिया का खौफ इलाके में व्याप्त हो गया। सूत्रों की माने तो डिडिया पीरबहोर थाना क्षेत्र के कई कारोबारियों से रंगदारी की मांग कर चुका है। उसका खौफ ऐसा है कि कोई पुलिस से शिकायत तक नहीं किया। मालूम हो कि शकील ने कुतुबुद्दीन लेन में एक घर खरीदा था। इसी के बाद डिडिया उनसे फोन करा 20 लाख की रंगदारी की मांग कर रहा था। जब उन्होंने रंगदारी देने से इंकार कर दिया तो उनकी हत्या कर दिया।
डिडिया ने कई बार दरियापुर में चलाई थी खुलेआम गोली, लेकिन पुलिस अपने कान में तेल डाक कर सोइ थी
सूत्रों की माने तो इससे पहले भी डिडिया ने दरियापुर में कई बार खुलेआम गोली चलाई थी जिसके बाद डिडिया का मनोबल बढ़ते चला गया। पुलिस को भी सूचना मिली थी की डिडिया ने गोली चलाया है। लेकिन पुलिस अपने कान में तेल डाल कर सो गई जिसका नतीजा है की आज डिडिया से लोग डरने लगे और डिडिया की हिम्मत इतना बढ़ गया की आज वह खुख्यात बन गया। अब देखने वाली बात होगी की बाकी के आरोपी को पुलिस कब गिरफ्तार कर पाती है।