ईरान-इज़राइल तनाव का असर भारत तक: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हलचल, क्रूड ऑयल 12% तक महंगा !

Patna Desk


13 जून से शुरू हुए ईरान-इज़राइल सैन्य संघर्ष का असर अब भारत के ऊर्जा बाजार पर भी साफ दिखाई देने लगा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में तीव्र उछाल देखने को मिल रहा है, जिसका असर देशभर में पेट्रोल-डीजल की दरों पर पड़ने लगा है।

🔺 क्रूड ऑयल में भारी उछाल

  • WTI (US Crude): 12 जून को $68.01 से बढ़कर 14 जून को $76.61 प्रति बैरल
  • ब्रेंट (UK Crude): 12.2% की बढ़ोतरी के साथ पहुंचा $77.77 प्रति बैरल
  • भारत (MCX): ₹5,798 से बढ़कर ₹6,295 प्रति बैरल – यानि ₹497 की उछाल

पेट्रोल की कीमतें (15 जून 2025)

शहरकीमत (₹/लीटर)बदलाव
पटना₹105.75+0.52
कोलकाता₹105.41स्थिर
मुंबई₹103.50स्थिर
चेन्नई₹100.80-0.02
हैदराबाद₹107.46स्थिर
जयपुर₹104.72स्थिर
लखनऊ₹94.69+0.01

विश्लेषण:
पटना और लखनऊ जैसे शहरों में मामूली बढ़ोतरी दर्शाती है कि तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय झटकों को चरणबद्ध तरीके से ट्रांसफर कर रही हैं। वहीं, चेन्नई जैसी जगहों पर हल्की गिरावट बताती है कि क्षेत्रीय मांग, टैक्स और सप्लाई कॉस्ट की भूमिका भी अहम है।


🚛 डीजल की कीमतें (15 जून 2025)

शहरकीमत (₹/लीटर)बदलाव
पटना₹91.98+0.49
दिल्ली₹87.67स्थिर
कोलकाता₹92.02स्थिर
मुंबई₹90.03स्थिर
नोएडा₹87.81-0.38
चेन्नई₹92.39-0.01
लखनऊ₹87.81+0.01
तिरुवनंतपुरम₹96.38-0.10

विश्लेषण:
पटना जैसे शहरों में बढ़ोतरी दर्शाती है कि उच्च खपत वाले क्षेत्रों में आपूर्ति दबाव महसूस होने लगा है। दूसरी ओर, नोएडा और तिरुवनंतपुरम में गिरावट से संकेत मिलता है कि कंपनियां अभी भी बफर स्टॉक का उपयोग कर रही हैं।


🛢️ क्या कहती है रेट निर्धारण प्रक्रिया?

भारत में पेट्रोल और डीजल की दरें हर सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी सरकारी तेल कंपनियाँ इसे तय करती हैं। यह दरें वैश्विक कच्चे तेल की कीमत, टैक्स, ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट और विदेशी मुद्रा दर पर आधारित होती हैं।


⚠️ क्या है आगे का संकेत?

अगर ईरान-इज़राइल टकराव आगे बढ़ता है, तो इसका सीधा असर क्रूड सप्लाई चेन पर पड़ सकता है, जिससे भारत में ईंधन महंगा हो सकता है। आने वाले हफ्तों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और बढ़ोतरी की आशंका बनी हुई है।

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