NEWSPR डेस्क। बिहार में शराबबंदी कानून का सख्ती से पालन कराने की जिन पर जिम्मेवारी थी, वे ही जब शराब बेचने लगे तो इससे संगीन जुर्म क्या हो सकता है। पिछले साल गोपालगंज में थाने से शराब बेचे जाने के संगीन मामले में जब वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस के बड़े अधिकारी ने एक्शन लिया। जांच-पड़ताल की लंबी प्रक्रिया के बाद शुक्रवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई। संबंधित मामले में दो पुलिस कर्मी जेल में बंद हैं, जबकि कुचायकोट के थाना प्रभारी रहे रितेश कुमार सिंह और एक दारोगा फरार चल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर शराब की गाड़ी थाने से छोड़ने का वीडियो वायरल हुआ था। उस वीडियो क्लिप में कुचायकोट थाना परिसर में जब्त शराब को मालखाना के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे स्थान से ट्रक कंटेनर से निकाल कर एक पिकअप में लाद कर बाहर ले जाने का दावा किया गया था। वायरल वीडियो में पुलिस की गाड़ी के एस्कॉर्ट में यह पिकअप थाने से बाहर निकलती हुई दिख रही थी। जांच शुरू हुई तो यह मामला सत्य पाया गया। मामले की जांच तब की एसपी रहीं नताश गुड़िया ने की थी। अब इस मामले में पुलिस की जांच टीम की ओर से चार्जशीट दाखिल की गई है। जांच में यह भी पाया गया था कि मालखाने से शराब निकाल कर बेची जा रही थी।
गोपालगंज के थाने से शराब बेची जाने का यह कोई पहला मामला नहीं था। इससे पहले भी बैकुंठपुर थाना प्रभारी द्वारा शराब बेचने का मामला उजागर हुआ था। जांच में बात सत्य पायी गयी थी। वह रंगे हाथों पकड़े गये थे, जिन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। ताज्जुब की बात है कि इतने संगीन मामले का आरोपी अब तक पुलिस द्वारा पकड़ा नहीं गया है।