बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चल रहा मतदाता पुनरीक्षण अभियान अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। आज विशेष संक्षिप्त मतदाता पुनरीक्षण (SIR) अभियान का आखिरी दिन है। मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने या किसी तरह की त्रुटि सुधारने का यह अंतिम मौका है। अब तक लाखों लोगों ने आवेदन दिए हैं। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 30 सितंबर को किया जाएगा।
विपक्षी दलों का अलग रुख
इस अभियान को लेकर सियासी सरगर्मी भी तेज हो गई है। जहां बड़ी संख्या में युवा और आम लोग अपना नाम वोटर लिस्ट में दर्ज कराने के लिए आगे आए हैं, वहीं विपक्षी दलों ने अलग रणनीति अपनाई है। भाकपा-माले ने 118 आवेदन दिए हैं, जिनमें से 103 नाम हटवाने और 15 नाम जोड़ने से संबंधित हैं। वहीं राजद (RJD) ने सिर्फ 10 आवेदन दिए हैं, जो सभी नाम जोड़ने से जुड़े हैं। अन्य किसी दल की ओर से आवेदन नहीं आए।
जनता की भागीदारी
आंकड़ों के मुताबिक आम मतदाताओं ने अब तक 33,326 नाम जोड़ने और 2,07,565 नाम हटवाने के लिए आवेदन दिए हैं। वहीं 18 वर्ष पूरे कर चुके 15,32,428 युवाओं ने वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने के लिए फॉर्म-6 भरा है। अब जिला स्तर पर गठित टीमें इन सभी दावों और आपत्तियों की जांच करेंगी और साक्ष्यों के आधार पर फैसला लेंगी।
अंतिम सूची 30 सितंबर को
गौरतलब है कि 1 अगस्त से 1 सितंबर तक विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत आवेदन स्वीकार किए गए। आज सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक सभी मतदान केंद्रों पर बीएलओ मतदाताओं से फॉर्म-6, 7 और 8 के साथ जरूरी दस्तावेज ले रहे हैं। 30 सितंबर को संशोधित और अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। किसी भी जानकारी या शिकायत के लिए मतदाता हेल्पलाइन नंबर 1950 पर संपर्क किया जा सकता है।