कैमूर -आज चैत नवरात्रि के अष्टमी तिथि को मुंडेश्वरी मां के निशा पूजा में 24 घंटे पट खुले रहेंगेधार्मिक न्यास के सचिव अशोक कुमार सिंह के द्वारा खुद सारी व्यवस्थाओं पर नजर बनी हुई हैं ताकि किसी प्रकार श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े। बता दे की श्री सिंह द्वारा सभी न्यास कर्मियों को पहले से ही चेतावनी देते हुए कह दिया गया है कि किसी भी प्रकार श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े इसको लेकर सभी न्यासा कर्मी तत्परता से पूरी रात एग्री रहेंगेकैमूर।
चैत्र नवरात्र के आज अष्टमी तिथि की रात घर से लेकर मंदिरों तक के लिए खास होती है। आज की रात सभी के घरों में मां दुर्गा की पूजा पूरी रात होती है। इसी सनातनी परंपरा के अनुसार मंगलवार की रात जिले के सभी गांवों में रहने वाले सनातनी महिलाएं एवं पुरुष लोग अपने-अपने घरों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना पूरी रात करेंगे। पूरी रात महिलाओं द्वारा घर में कलश रख कर मां दुर्गा, सातों बहन शीतल, नवदुर्गा की पूजा अर्चना करते हुए रात्रि जागरण करेंगी। उस दौरान उनके द्वारा मां दुर्गा का देवी गीतों के गाने से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहेगा। कई दशकों से चलता आ रहा मां मुंडेश्वरी का निशा पूजा, विदेशी फूलों से सजा मां का सच्चा दरबारजिले के भगवानपुर प्रखंड स्थित मां मुंडेश्वरी धाम में मां मुंडेश्वरी का निशा पूजा आज होगी निशा पूजा को लेकर सभी सनातनियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। मां मुंडेश्वरी मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है। मां मुंडेश्वरी की प्रतिमा का भव्य आकर्षण श्रृंगार किया गया है । जिसके चलते मां मुंडेश्वरी की प्रतिमा काफी भव्य दिखने लगती है। भक्तों को ऐसा लगता है कि देवी महामाया मां मुंडेश्वरी भवानी मैया अब अपने मुख से बोल देगी। सभी श्रद्धालुओं की नजर मां की प्रतिमा से हटती नहीं है। आज अष्टमी तिथि की पूरी रात पूरा धाम परिसर श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भरा रहेगा। इस दौरान मां मुंडेश्वरी की निशा पूजा में पुजारी लगे रहेगे। बीच-बीच में मां के जयकारे से पवरा पहाड़ी गूंजती रहेगी। वहीं रविवार के सुबह नवमी तिथि के दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं का मां मुंडेश्वरी के दर्शन हेतु आना-जाना शुरू ही रहेगा।
सुबह सात बजते ही श्रद्धालुओं की कतार नीचे सीढ़ी तक पहुंच जाती है। हालांकि सभी श्रद्धालु कतार में खड़ा होकर अपने बारी का इंतजार करते है। मां मुंडेश्वरी का दर्शन व पूजन करने के बाद श्रद्धालु मंदिर की परिक्रमा करने के बाद नारियल फोड़ कर प्रसाद का ग्रहण करते है। कुछ श्रद्धालुओं द्वारा वाहन ऊपर ले जाने के चलते पूरा जाम लग जाता है। जिसके चलते दर्शन कर लौटने वालों श्रद्धालुओं को अपना वाहन निकालने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन इस बार पुलिस व प्रशासन की व्यवस्था काफी बड़े पैमाने पर की गई है।धार्मिक न्यास के सचिव अशोक कुमार सिंह के द्वारा खुद सारी व्यवस्थाओं पर नजर बनी हुई हैं ताकि किसी भी प्रकार किसी भी श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े। बता दे की श्री सिंह द्वारा सभी न्यास कर्मियों को पहले से ही चेतावनी देते हुए कह दिया गया है कि किसी भी प्रकार की कोई श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े इसको लेकर सभी न्यासा कमी तत्परता से एग्री रहेंगे।